मदरसों के छात्र-छात्रायें अब किसी भी भ्रांति या दिशाहीनता के शिकार नही होंगे
गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सम्बन्ध में विधि सम्मत निर्णय लिया जायेगा
गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की सूची विभागीय पोर्टल पर अपलोड की जायेगी
गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का आर्थिक स्रोत चन्दा एवं जकात
-अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री धर्मपाल सिंह
लखनऊ: 16 नवम्बर, 2022

उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज मुख्य भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में मदरसों के सर्वे कार्य के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की सूची ’’विभागीय पोर्टल’’ और ’’मेला’’ ऐप पर अपलोड की जाय ताकि अभिभावकों को मदरसों की सही स्थिति की जानकारी मिल सके और गलत संस्थान में बच्चे किसी भी प्रकार की भ्रांति या दिशाहीनता के शिकार न हो और उनका भविष्य प्रभावित न होने पाये।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि सर्वे में 8,441 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे ज्ञात हुये है जिनमे लगभग 7,64,164 छात्र एवं छात्रायें पढ़ रहे है। यह बच्चे देश का भविष्य हैं और समाज की मुख्य धारा में इन्हें जोड़ने के लिए आवश्यक है कि इनको आधुनिक शिक्षा से जोड़ा जाय। ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके। श्री धर्मपाल सिंह जी ने बताया कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के आर्थिक स्रोत का विवरण भी प्राप्त हो गया है जिसमें अधिकांश स्रोत का माध्यम चन्दा और जकात सूचित किया गया है।
श्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों से कहा कि शिक्षा के लिए बनाये गये नियमों के अनुसार अल्पसंख्यक कल्याण वर्ग के बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिये कार्यवाही की जाय। उन्होने कहा कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सम्बन्ध में विधि सम्मत कार्यवाही की जायेगी। उन्होने विभागीय अधिकारियों से कहा कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की सम्पूर्ण स्थिति के सम्बन्ध में प्रजेंटेशन तैयार किया जाय ताकि उसे मा0 मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रस्तुत किया जा सके।
बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की निदेशक सुश्री जे0रीभा तथा रजिस्ट्रार श्री जगमोहन सिंह उपस्थित थे।
सम्पर्क सूत्र- निधि वर्मा

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