जौनपुर। फीवर हेल्प डेस्क को क्रियाशील कराएं -डीएम

जौनपुर। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में डेंगू एवं संचारी रोगों की समीक्षा बैठक की गयी। बैठक में बुखार एवं उसके उपचार, कारण, निदान के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। जनपद के समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि फीवर हेल्प डेस्क को क्रियाशील कराएं तथा प्रतिदिन बुखार के रोगियों की सूचना जिला मुख्यालय को दें। 

उन्होंने निर्देश दिया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी सूचनाएं संकलित कर रिपोर्ट प्रेषित करें। सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू के जो भी संभावित रोगी आते हैं उनकी सूचना संबंधित एडीओ पंचायत एवं अधिशासी अधिकारी नगरी निकाय को उपलब्ध कराएं, जिससे वे प्रभावित क्षेत्र में तत्काल निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करायें। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किए कि जनपद के सभी क्षेत्रों से रोगी आते हैं, इसलिए प्रतिदिन के डेंगू रोगियों का विवरण सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र वार छांट कर संबंधित अधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराएं ताकि उनके स्तर से निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित कराई जा सके। डेंगू से मृत्यु के अफवाह की खबरों का डेथ ऑडिट करा कर वास्तविक स्थिति से अवगत कराने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किए। जिला पंचायत राज अधिकारी को ऐसे स्थानों पर जहां परंपरागत छठ की पूजा की जाती है वहां साफ सफाई छिड़काव एवं फागिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। जिला चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक को पूर्व में प्राप्त हुई ब्लड सेपरेटर यूनिट के क्रियाशील कराने को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका एवं नगर पंचायत को निर्देशित किया कि डेंगू की स्थिति सामान्य होने तक नालियों में छिड़काव, फागिंग, जन जागरूकता एवं साफ-सफाई जारी रखें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि डेंगू के विभिन्न प्रकारों के उपचार एवं सावधानी के बारे में आम जनमानस को सामान्य जानकारी नियमित जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि डेंगू के बुखार कुछ ऐसे होते हैं जिनमें सिर्फ सामान्य पेरासिटामोल खाकर एवं शरीर को अच्छी तरह से हाइड्रेट कर ठीक किया जा सकता है। इसमें कुछ ही प्रतिशत रोगी ऐसे होते हैं जिन्हें चिकित्सालय एवं चिकित्सक की देख-रेख में इलाज उपचार की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि सन्तुलित भोजन, स्वच्छ पानी का प्रयोग करते हुए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनाये रखे, जिससे डेगू के प्रभाव से बचा जा सके। मुख्य विकास अधिकारी साई तेजा सीलम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 लक्ष्मी सिंह, पीडी जयकेश त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी बी.बी सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी संतोष कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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