उत्तर प्रदेश में बाहुबली नेताओं और गैंगस्टरों के खिलाफ योगी सरकार का एक्शन जारी है. पिछले 5 सालों में ऐसा कोई सप्ताह नहीं बीता जब माफियाओं के खिलाफ संपत्ति जब्ती की कार्रवाई नहीं हुई हो. पिछले 5 साल में उत्तर प्रदेश के अंदर सरकार ने 3,954 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली है जिनके खिलाफ जब्ती की कार्रवाई हुई है एक समय उनका दबदबा था लेकिन आज सभी जेल में हैं.

योगी सरकार का सबसे ज्यादा एक्शन अतीक अहमद के ही खिलाफ हुआ है. अप्रैल 2017 से लेकर अगस्त 2022 तक संपत्तियों की जब्ती जारी रही. पिछली बार 24 अगस्त को अतीक की 3 संपत्तियों पर प्रयागराज प्रशासन ने कुर्की की कार्रवाई की. इसकी कीमत 76 करोड़ थी. प्रशासन ने पिछले 2 साल में 52 बार अतीक के खिलाफ कार्रवाई कर चुका है.

अतीक अहमद के बाद योगी सरकार की सबसे ज्यादा कार्रवाई मुख्तार अंसारी के खिलाफ हुई. अब तक 448 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है. इसमें मुख्तार की संपत्ति के साथ उनकी पत्नी अफशा अंसारी, बेटे अब्बास अंसारी व भाईयों की संपत्ति भी शामिल है. वहीं चुनाव आयोग में दिए आंकड़ों की माने तो 2017 में मुख्तार की कुल संपत्ति 21 करोड़ 88 लाख थी.

यशपाल तोमर मेरठ का नामी गैंगस्टर है. उसके खिलाफ कुल 13 मुकदमें दर्ज हैं. जनवरी 2022 में एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया तब से वह जेल में ही है. कोर्ट के आदेश के बाद यशपाल और उसके रिश्तेदारों की बागपत, दिल्ली, मेरठ में कुल 153 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त किया है. इसमें तोमर की सवा करोड़ की वह गाड़ी भी शामिल है जो बुलेट प्रूफ थी.

बहराइच के भू-माफिया गैंगस्टर देवेंद्र सिंह उर्फ गब्बर सिंह की 110 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है. गब्बर के खिलाफ कुल 56 मुकदमें दर्ज हैं. एक लाख का इनामी रहा गब्बर सिंह फिलहाल इस वक्त जेल में है. 2 महीने पहले उसका 40 कमरे का बंधन होटल, मैरिज लॉन, रेस्टोरेंट को सील कर दिया गया. इसके अलावा बहराइच की छोटी बाजार में बन रहे मॉल को भी सील कर दिया गया. इन जमीनों और प्रतिष्ठानों की कीमत 110 करोड़ है.

प्रयागराज के माफिया दिलीप मिश्रा की कुल 32 करोड़ रुपए की संपत्ति को कुर्क किया गया है. चाका का पूर्व ब्लॉक प्रमुख रहा दिलीप मिश्रा योगी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी पर हमले का आरोपी है. दो साल पहले लवायन कला गांव में दिलीप मिश्रा के बनाए कॉलेज को गिराने के लिए प्रशासन पहुंचा था लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद वापस लौट आए.

यूपी के टॉप-10 अपराधियों में शुमार आजमगढ़ के ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह की 20 करोड़ रुपए की संपत्ति को प्रशासन ने जब्त किया है. ध्रुव डी-11 गैंग चलाता था. इस वक्त कासगंज की जेल में बंद है. कुल 75 मुकदमें दर्ज हैं. फर्रुखाबाद जिले के बसपा नेता अनुपम दुबे की कुल 19.4 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है. इंस्पेक्टर रामनिवास यादव व ठेकेदार शमीम खान की हत्या के मामले अनुपम इस वक्त मैनपुरी जेल में बंद है.

पश्चिमी यूपी का सबसे खतरनाक माफिया रहा सुनील राठी भी यूपी प्रशासन के सामने टिक नहीं पाया. अब तक उसकी 12 करोड़ रुपए की संपत्ति को प्रशासन ने कुर्क किया है. 1999 में बागपत के नगर पंचायत टिकरी के चेयरमैन रहे सुनील के पिता नरेश राठी की हत्या कर दी गई. पिता की हत्या के बाद सुनील ने चार लोगों की एक साथ हत्या कर दी थी जिसके बाद फरार हो गया था.

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