*दरिंदगी की शिकार पीड़िता चिकित्सीय परीक्षण के लिए कर रही गणेश परिक्रमा*

*संवेदनशील मामला होने के बाद भी जिम्मेदारों द्वारा बरती जा रही हैं ढिलाई*

 *अंबेडकरनगर।* तीन दिन बाद भी सामूहिक दुष्कर्म की शिकार किशोरी का चिकित्सकीय परीक्षण पूरा नहीं हो पाया है। जिम्मेदारों की लापरवाही दरिंदगी की शिकार किशोरी पर भारी पड़ रही है। तीन दिन से लगातार अस्पताल तक की दौड़ के बाद परीक्षण की प्रक्रिया पूरी न हो पाना पीड़िता की परेशानी और चुनौती दोनों बढ़ा रहा है। संवेदनशील मामला होने के बाद भी बरती जा रही ढिलाई से अब किशोरी को लगातार चौथे दिन भी एक्स-रे कराने के लिए जिला मुख्यालय तक की दौड़ लगानी पड़ेगी। गुरुवार को चिकित्सकीय परीक्षण को पहुंची किशोरी की सिर्फ अल्ट्रासाउंड जांच ही हो सकी।रविवार को हुए अपहरण के बाद तीन युवकों ने पीड़िता को अपनी बर्बरता का शिकार बनाने के बाद बेहोशी की हालत में सोमवार को निजी अस्पताल के बाहर फेंक दिया था। इस मामले में परिजनों की गुहार के बाद पीड़िता मंगलवार को सुबह 10 बजे बसखारी थाने पहुंची थी। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने जरूरी प्रक्रिया पूरी कर किशोरी को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा था।महिला पुलिसकर्मी व परिजनों के साथ किशोरी को जिला अस्पताल पहुंचने में दोपहर दो बज चुके थे। ऐसे में उसे बिना किसी चिकित्सकीय परीक्षण के लौटना पड़ा। हालांकि इस संवेदनशील मामले पर यदि पीड़िता के साथ मौजूद पुलिसकर्मी थोड़ा भी अतिरिक्त प्रयास करते तो मंगलवार को ही किशोरी का चिकित्सकीय परीक्षण हो जाता। पहले दिन बिना परीक्षण लौटी किशोरी बुधवार को दूसरे दिन भाई के साथ जिला अस्पताल पहुंची तो यहां सिर्फ कुछ जांच करने के बाद अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे जांच के लिए गुरुवार को फिर बुलाया गया। 14 जुलाई को पीड़िता, भाई के साथ फिर परीक्षण के लिए अस्पताल पहुंची तो सिर्फ अल्ट्रासाउंड जांच ही हो सकी। अब उसे एक्स-रे की जांच के लिए शुक्रवार को फिर बुलाया गया है।
तलब की जाएगी रिपोर्ट
इस मामले में सभी जिम्मेदारों से जरूरी रिपोर्ट तलब की जाएगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि इस तरह के संवेदनशील मामलों में आगे से ऐसी ढिलाई न बरती जाए। सभी पीड़ितों का उपचार अथवा चिकित्सकीय परीक्षण का कार्य पूरी प्राथमिकता पर कराया जाना चाहिए।
*सैमुअल पॉल एन, डीएम*

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