असगर अली की रिपोर्ट

उतरौला(बलरामपुर) हमारा शरीर 60से70प्रतिशत जल से ही बना है स्वस्थ शरीर के लिए स्वच्छ व शुध्द जल‌ अति आवश्यक है अशुध्द पेयजल से शरीर में अनेक बीमारियां दस्तक देती हैं।
     यह जानकारी स्वास्थ अधीक्षक डा0चन्द्र प्रकाश सिंह ने दी।उन्होंने बताया कि जल हमारे शरीर का तापमान संतुलित बनाए रखने के साथ क‌ई उप पाचन क्रियाओं में भी सहायक होता है।हमारे रक्त में भी 90प्रतिशत पानी होता है दूषित पेयजल से हमारे शरीर मे क‌ई जल जनित बीमारियां पैदा होती है इसमें डायरिया प्रमुख है आंकड़े के अनुसार प्रदेश में सभी जल जनित बीमारियों के मुकाबले सर्वाधिक मौतें डायरिया से होती है।डायरिया  में निर्जलीयकरण होने से कुपोषण होने की आशंका बढ़ जाती है इसमें सर्वाधिक मामले ग्रामीण इलाकों मलिन बस्ती या झुग्गी झोपड़ियों के होते हैं।इसके पीछे अक्सर जागरूकता का अभाव दिखता है।जल में अनेकों प्रकार के वैक्टीरिया पाये जाते हैं जिनमें से कुछ हमारे शरीर के लिए हानिकारक साबित होते हैं।इनसे क‌ई प्रकार की बीमारियां हमारे शरीर में जन्म लेती है इसलिए पानी को स्वच्छ रखने के साथ साथ पेयजल की जांच करना भी बहुत आवश्यक है क्यों कि डायरिया जैसी खतरनाक जल जनित रोगों के चपेट में छोटे बच्चे जल्दी आते हैं इस लिए बच्चों से संबंधित स्वच्छता एंव शुध्द पेयजल का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

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