बीएचयू को आठ महीने के इंतजार के बाद पूर्णकालिक कुलपति मिला। आईआईटी गांधीनगर के निदेशक प्रो. सुधीर कुमार जैन को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस संबंध में राष्ट्रपति भवन से 13 नवंबर को शासनादेश जारी हुआ। भूकंप वैज्ञानिक प्रो. सुधीर को बीते आठ नवंबर को पद्मश्री से नवाजा गया है।62 वर्षीय प्रो. जैन भूकंपीय डिजाइन कोड और गतिविधियों एवं इमारतों की गतिशीलता के क्षेत्र में गहन अनुसंधान के विशेषज्ञ माने जाते हैं। आईआईटी कानपुर में सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर रह चुके श्री जैन आईआईटी गांधीनगर के निदेशक के तौर पर तीसरी बार सेवाएं दे रहे हैं। एक कुशल प्रशासक के तौर पर उनकी देश के अकादमिक क्षेत्र में अलग पहचान है। बीएचयू में यह दूसरा मौका है जब पद्म पुरस्कार सम्मानित कोई वैज्ञानिक कुलपति बन रहा है। इससे पहले पद्मश्री डॉ. लालजी सिंह को कुलपति नियुक्त किया गया था।

भूकंपरोधी भवनों का कराया है निर्माण
प्रो. जैन ने भारत और अन्य विकासशील देशों की जरूरतों के अनुरूप भूकंप इंजीनियरिंग शिक्षा, अनुसंधान और अभ्यास में प्रमुख योगदान दिया है। उन्होंने खुद की इजाद की गई भूकंपरोधी तकनीक से आईआईटी गांधीनगर के 36 भवनों का निर्माण कराया है। प्रो. सुधीर कुमार जैन का जन्म चार जुलाई 1959 को यूपी के ललितपुर में हुआ था। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ रुड़की (अब आईआईटी रुड़की) से 1979 में बीटेक किया। पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी की उपाधि कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पासाडेना से प्राप्त की थी।

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