फ्लाईओवरों के नीचे शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) के तहत कायाकल्प किया जाएगा। इसमें स्ट्रीट वेंडर्स की सुविधाओं का खास ख्याल रखते हुए विकास कार्य कराए जाएंगे। हैदराबाद की तर्ज पर वेंडिंग जोन का निर्माण कार्य कराया जाएगा। शहर की गलियों और सड़कों पर हर वक्त ठेला और गाड़ियों के आवागमन से अव्यवस्था होती है।

इनकी वजह से कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। पर्यटकों के सामने वाराणसी की छवि भी खराब होती है। इसी को ध्यान में रखकर वेंडिंग जोन का निर्माण होगा। जहां पटरियों पर लगने वाली दुकानों को शिफ्ट किया जाएगा। इससे काफी हद तक जाम से निजात मिलेगी।स्मार्ट सिटी से फ्लाईओवर के नीचे खाली जगह में काशी की संस्कृति और इतिहास दर्शाती पेंटिंग्स बनाई जा रही हैं। इसके साथ ही यहां फुटपाथ, वेंडिंग जोन और ओपन कैफे बनाए जाएंगे। चुनिंदा जगहों पर सजावटी पौधे लगाए जाएंगे, जिनसे इसकी सुंदरता बढ़ेगी। ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रखने के लिए कुछ स्थानों का इस्तेमाल साइन बोर्ड, यू-टर्न आदि के लिए किया जाएगा।

बाहर से आने वाले यात्रियों और श्रद्धालुओं के लिए यहां आश्रय और विश्राम स्थल भी बनाए जाएंगे। शहर में चौकाघाट, आशापुर, पुलिस लाइन, फुलवरिया, ककरमत्ता, मंडुवाडीह, सामनेघाट के फ्लाईओवर, पुल और आरओबी हैं। इन सात फ्लाईओवरों के नीचे वेंडिंग जोन का निर्माण होगा। इससे 31 हजार स्ट्रीट वेंडर्स को फायदा होगा। हैदराबाद में कई सालों से फ्लाईओवर के निर्माण के बाद नीचे वेंडिंग जोन बनाया गया है। 

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