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संदीप शर्मा, पीलीभीत उ०प्र०
 
ग्राम पंचायत अधिकारी ने नियम रखे ताक पर , मनमर्जी के चलते अधिकारी मौन।
प्रदेश सरकार हो या केन्द्र सरकार बर्तमान समय में गांवो के विकास को लेकर अनेको योजनाएं चलाई जा रही है तो वहीं उन्ही के ही कारिंदे ग्राम विकास अधिकारी राजकुमार वर्मा योजनाओं को पलीता लगाकर बर्तमान सरकार की लुटिया डुबाने में लगे हुए हैं।उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ व जनपद पीलीभीत के जिलाधिकारी पुलकित खरे की लाख हिदायतों के बाबजूद विकास खंण्ड पूरनपुर के ग्राम पंचायत गढ़ा कलां में चाहे आंगनबाड़ी केन्द्र हो या गांव सड़कें या  मॉडल शौचालय का निर्माण होना था और तय समय के अनुरूप कार्य भी पूर्ण होना था। जिसमें ग्राम विकास अधिकारी राजकुमार वर्मा तथा ग्राम प्रधान माया प्रकाश तथा रोजगार सेवक ने स्वयं मिलजुल कर मॉडल शौचालय का निर्माण कार्य कागजों में भले ही पूर्ण कर लिया हो। लेकिन गांव में पहुंचकर मॉडल शौचालय की स्थिति देखने पर पता चला कि मौके की स्थिति कुछ और ही वयां कर रही है। ज्ञात सूत्रों के मुताबिक अधूरी दीवारें अधूरा कार्य होने से तथा अपूर्ण आधा अधूरा मॉडल शौचालय बिना पूर्ण कराकर ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी तथा रोजगार सेवक ने सरकारी धन मॉडल शौचालय की धनराशि निकाल ली ही और आपस में बंदरबांट कर ली है।और नियम कायदे कानून ताक पर रखकर कार्य कर रहे हैं। इससे ज्ञात होता है कि जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री जी के सख्त आदेशों का कोई सरोकार ही नहीं है। ऐसे  अनदेखी कर ग्राम में अपूर्ण अधूरे कार्यों को ही छोड़कर रुपये निकाल कर बंदर बांट कर लेना घोर अपराध है। बताया जाता है कि ग्राम विकास अधिकारी ऊंची पहुंच के चलते कोई कुछ नहीं कर सकता है।अब देखना होगा कि सरकारी धन का बंदरबांट करने बाले ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक पर धन के गवन की जांच कराकर कार्यवाही होगी । या फिर जांच भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जायेगी।

पीलीभीत से संदीप शर्मा की रिपोर्ट

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