नई दिल्ली: चुनाव आयोग (EC) ने मतदाता सूची को अधिक सटीक और समावेशी बनाने के उद्देश्य से विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) की समय सीमा में संशोधन किया है। यह निर्णय छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों पर लागू होगा।
मुख्य विस्तार निम्नानुसार है:
राज्य / केंद्रशासित प्रदेश फॉर्म जमा करने की अवधि में विस्तार
उत्तर प्रदेश 15 दिन
मध्य प्रदेश 7 दिन
छत्तीसगढ़ 7 दिन
तमिलनाडु 3 दिन
गुजरात 3 दिन
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह 7 दिन
साथ ही, इस विस्तार के कारण ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी होने की नई तिथियाँ भी घोषित की गई हैं।
आयोग का उद्देश्य स्पष्ट:
चुनाव आयोग ने यह फैसला इस मुख्य लक्ष्य के साथ लिया है कि हर एक पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो सके और कोई भी मताधिकार से वंचित न रहे। यह कदम सूची से ग़ैर-पात्र या डुप्लीकेट प्रविष्टियों को हटाने की प्रक्रिया को भी और प्रभावी बनाएगा।
पृष्ठभूमि:
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) चुनाव आयोग की एक नियमित प्रक्रिया है, जो आम पुनरीक्षण से अधिक गहन और केंद्रित होती है। इसका उद्देश्य विशेष रूप से नए मतदाताओं के पंजीकरण, त्रुटियों के सुधार और सूची के व्यापक प्रसार पर ध्यान देना होता है।
अगला चरण:
संशोधित कार्यक्रम के अनुसार जारी ड्राफ्ट सूची पर, नागरिक अपने दावे और आपत्तियाँ दर्ज करा सकेंगे। इसके बाद ही अंतिम मतदाता सूची तैयार और प्रकाशित की जाएगी।
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