मुख्यमंत्री ने 17वें जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम
के अन्तर्गत लखनऊ भ्रमण पर आए मध्य प्रदेश, झारखण्ड, महाराष्ट्र,
छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा राज्य के प्रतिभागियों के साथ संवाद किया
जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों को
अलग-अलग राज्यों की संस्कृति को जानने का अवसर मिलेगा, यह प्रधानमंत्री जी के
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ संकल्प का अच्छा उदाहरण : मुख्यमंत्री
जनजातीय समाज के लोगों को प्रधानमंत्री जी के विकसित
भारत के संकल्प के साथ जुड़कर देश को आगे बढ़ाना
सकारात्मक दृष्टि हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है तथा नकारात्मक दृष्टि विघटन
व विनाश का कारण बनती है, विकास की सकारात्मक सोच को हमें आगे बढ़ाना
भारत की प्राचीन ज्ञान की धरोहर जंगलों में ही रची गयी, इस प्रकार
आदिवासी समाज हमारी गौरवशाली ऋषि परम्परा का वाहक
आदिवासी युवाओं द्वारा देश के लिए दिया गया
योगदान अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बनेगा
वनवास के दौरान भगवान श्रीराम जनजातीय समाज के सबसे बड़े मित्र बने
बेरोजगारी दूर करने के लिए विकास आवश्यक तथा विकास के लिए सुरक्षा आवश्यक
उ0प्र0 आई0टी0, इलेक्ट्रॉनिक्स व ऑर्टिफिशियल
इण्टेलिजेन्स का बहुत बड़ा केन्द्र बन चुका
जब जिले विकसित होंगे, तो प्रदेश व देश भी विकसित होगा, विकसित भारत का
सपना प्रधानमंत्री जी के पंचप्रण को अंगीकार कर साकार किया जा सकता
उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य, जहां सभी आदिवासी परिवारों का सरकारी
योजनाओं से पूर्ण संतृप्तीकरण हो चुका, प्रत्येक आदिवासी परिवार के पास जमीन, मकान,
पेयजल, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड व रोजगार आदि की सुविधाएं उपलब्ध
मुख्यमंत्री ने 28 सितम्बर, 2025 को आयोजित सांस्कृतिक
कार्यक्रम में भाग लेने वाली 05 विजेता टीमों को सम्मानित किया
लखनऊ : 29 सितम्बर, 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर 17वें जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के अन्तर्गत लखनऊ भ्रमण पर आए मध्य प्रदेश, झारखण्ड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा राज्य के प्रतिभागियों के साथ संवाद किया।
जनजातीय समाज के युवाओं से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों को अलग-अलग राज्यों की संस्कृति को जानने का अवसर मिलेगा, जो कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ संकल्प का अच्छा उदाहरण है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के लिए आदिवासी युवाओं व अन्य सभी समाजों का सामूहिक प्रयास होना चाहिए। जनजातीय समाज के लोगों को प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के संकल्प के साथ जुड़कर देश को आगे बढ़ाना है।
अच्छी चीजों को जीवन में अंगीकार करना चाहिए। सकारात्मक दृष्टि हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है तथा नकारात्मक दृष्टि विघटन व विनाश का कारण बनती है। विकास की सकारात्मक सोच को हमें आगे बढ़ाना है। भारत की प्राचीन ज्ञान की धरोहर जंगलों में ही रची गयी है। इस प्रकार आदिवासी समाज हमारी गौरवशाली ऋषि परम्परा का वाहक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारा विजन बड़ा होना चाहिए। आदिवासी युवाओं द्वारा देश के लिए दिया गया योगदान अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बनेगा। भारत की प्रथम नागरिक जनजातीय समुदाय से ही आती हैं। ऐसा इसलिए सम्भव हुआ, क्योंकि उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और कभी हार नहीं मानी। हमें मेहनत का रास्ता अपनाना चाहिए। हमारी भाषा भले ही अलग-अलग हो लेकिन भाव एक ही है।
बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर द्वारा रचित संविधान के लागू होने के 75 वर्ष पूर्ण हुए हैं। संविधान के आधार पर देश का कानून चलता है। धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा का भी यह 150वाँ जयन्ती वर्ष है, जिन्होंने समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए अंग्रेजों के साथ संघर्ष किया तथा जनजातीय समाज को संगठित कर भारत की धरती से विदेशी हुकूमत को भागने के लिए मजबूर किया।
भगवान श्रीराम का जन्म उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हुआ था। वनवास के दौरान वह जनजातीय समाज के सबसे बड़े मित्र बने। अयोध्या से श्रीलंका जाते समय वह अपने साथ सेना नहीं ले गए थे, बल्कि जनजातीय लोगों के साथ मित्रता की व आगे के अभियान में उनका सहयोग प्राप्त किया। आज भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मन्दिर का निर्माण हो गया है। 08 से 10 वर्ष पूर्व अयोध्या में बहुत संकरी सड़कें हुआ करती थी। आज अयोध्या काफी विकसित हो गया है। हमें अयोध्या और लखनऊ को विकास का मॉडल बनाना चाहिए।
विकास व सुरक्षा एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। सुरक्षा के बिना विकास सम्भव नहीं है। बेरोजगारी दूर करने के लिए विकास आवश्यक है तथा विकास के लिए सुरक्षा आवश्यक है। जनजातीय समाज के जागरूक युवा विकास के एजेण्डे को लोगों के एजेण्डे के साथ जोड़कर इस विकास कार्य को आगे बढ़ा सकते हैं। हमें विकास से नहीं भटकना है। विकास को गति देने के लिए प्रदेश में स्मार्ट सिटी जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिससे मूलभूत सुविधाओं में वृद्धि होगी। जनजातीय क्षेत्रों में भी इस कार्य को आगे आगे बढ़ाना है।
आज उत्तर प्रदेश आई0टी0, इलेक्ट्रॉनिक्स व ऑर्टिफिशियल इण्टेलिजेन्स का बहुत बड़ा केन्द्र बन चुका है। हमें आधुनिक तकनीक को अपनाना चाहिए, जो कि विकसित भारत का महत्वपूर्ण स्तम्भ है। विकसित भारत 140 करोड़ भारतीयों के सपनों का भारत होगा।
प्रधानमंत्री जी ने देश के समक्ष विकसित भारत का विजन रखा है। प्रदेश के सभी जिलों में एक जिला एक उत्पाद का कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिससे लोगों को रोजगार मिला है व उनकी आय में वृद्धि हुई है। जब जिले विकसित होंगे, तो प्रदेश व देश भी विकसित होगा। विकसित भारत का सपना प्रधानमंत्री जी के पंचप्रण को अंगीकार कर साकार किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें अपनी विरासत का सम्मान करना चाहिए तथा गुलामी की मानसिकता को समाप्त करना चाहिए। हमें सकारात्मक भाव से आगे बढ़ना चाहिए। स्वाधीनता संग्राम सेनानियों व देश की सुरक्षा के लिए समर्पित वीर सैनिकों के प्रति सम्मान का भाव रखना चाहिए। सामाजिक एकता को मजबूत करने की दिशा में कार्य करना चाहिए जो ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ को साकार करता है। हमें अपने नागरिक कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व प्रदेश के तीन जिले मिर्जापुर, सोनभद्र व चन्दौली नक्सल प्रभावित थे। सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप आज प्रदेश में कोई भी नक्सल प्रभावित जिला नहीं है। उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य है, जहां सभी आदिवासी परिवारों का सरकारी योजनाओं से पूर्ण संतृप्तीकरण हो चुका है। प्रत्येक आदिवासी परिवार के पास जमीन, मकान, पेयजल, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड व रोजगार आदि की सुविधाएं उपलब्ध हैं। सभी जगह खुशहाली है और आदिवासी समाज विकास की मुख्य धारा से जुड़ा हुआ है।
संवाद कार्यक्रम में कंधमाल ओडिशा के श्री विकास नायक, कालाहांडी उड़ीसा की सुश्री सुमित रानी, पश्चिमी सिंहभूमि झारखण्ड की सुश्री प्रीति कुमारी, नारायणपुर छत्तीसगढ़ के श्री अर्जुन कचलाम, बीजापुर छत्तीसगढ़ की सुश्री गीता सोढ़ी, नारायणपुर छत्तीसगढ़ के श्री सुनील कुमार गोड्डा, गढ़चिरौली महाराष्ट्र के श्री सोहन धुर्वे, कांकेर छत्तीसगढ़ के श्री सुदनू राम, बालाघाट मध्य प्रदेश की सुश्री पलक वारिया तथा बीजापुर छत्तीसगढ़ की सुश्री रजनी कुंजाम ने अपने विचार साझा किये। सभी ने उत्तर प्रदेश के सम्बन्ध में अपने अनुभवों को सकारात्मक बताया।
मुख्यमंत्री जी ने 28 सितम्बर, 2025 को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाली 05 विजेता टीमों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद व नेहरू युवा केन्द्र के अधिकारियों सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
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