उतरौला बलरामपुर- सहालग (शादी विवाह) के सीज़न में कुकिंग गैस की किल्लत बढ़ती ही जा रही है।
यह किल्लत केवल उप भोक्ताओं के लिए ही है। इसी के बहाने गैस सिलें डरों की जमकर काला बाजारी की जा रही है। इसका खामियाजा आम उपभोक्ताओं को भुगत ना पड़ रहा है। ब्लैक में एक गैस सिलेंडर लेने के लिए उन्हें डेढ़ से दो गुना तक कीमतचुकानी पड़ रही है। घरेलू गैस की अचानक बढ़ती किल्लत से आम नाग रिक काफी परेशान हैं। मास्टर हामिद अली, प्रदीप कुमार गुप्ता, आशिफ अली खान, बब्लू,जाकीर अली, मोहम्मद इस्लाम, श्रवण कुमार, मोहम्मद सलमान खान,नाहीद अली, अब्दुल लतीफ अखिल, रामजी, तिलक राम, राहुल, सौरभ, आरिफ, सलमान, सहित तमाम उपभोक्ताओं का कहना है कि बाजार में गैस की कालाबाजारी की जा रही है। जिससे आम उपभोक्ताओं को गैस नहीं मिल पा रही है। लोगों ने एक गैस एजें सी पर आरोप लगाते हुए कहा कि गैस एजें सी के कर्मियों के द्वारा गैस की कालाबाजारी की जा रही है। बाहर से गैस की गाड़ी न आने व गैस खत्म होने की बात कहकर उपभोक्ताओं को वापस कर दिया जाता है। इससे उप भोक्ताओं को काफी परेशानी होती है। यदि गैस एजेंसी ने अपनी इस कार्यशैली में सुधार नहीं किया गया तो इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की जाएगी। जहां एक तरफ लोगों को कुकिंग गैस नहीं मिल पा रही है तो वहीं शादी विवाह, होटलों, ढाबों व अन्य प्रतिष्ठानों में खुलेआम घरेलू गैस का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। सहालग शुरू होते ही रसोई गैस की किल्ल त फिर गहरा गई है। एजेंसियों पर ब्लैकियों की तादाद भी एकाएक बढ़ती जा रही है। उप भोक्ताओं से पहले ब्लैकियों को रीफिल मिल रही है, जबकि आम उपभोक्ताओं को एक-एक सिलेंडर के लिए पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। शादी-पार्टियों में ब्लैकियों की मार्फत घरेलू सिलेंडरों की काला बाजारी का गोरख धंधा भी खूब चल रहा है। उपभोक्ता ओं के हक की गैस ब्लैक मार्केट में भी खूब खप रही है। पहले सब्सिडी वाले सिलेंडरों का रोना था, लेकिन अब तो बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर भी आसा नी से नहीं मिल पा रहे। किल्लत केवल आम उपभोक्ता के लिए है। ब्लैकियों के धंधे पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
हिन्दी संवाद न्यूज से
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बलरामपुर।
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