गणतंत्र दिवस परेड, नई दिल्ली में उ0प्र0 की झांकी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया
केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने उ0प्र0 की झांकी को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर ट्रॉफी तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया
उ0प्र0 की झांकी भारत ही नहीं, सम्पूर्ण विश्व में मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में प्रतिष्ठित ‘महाकुम्भ 2025-स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ को प्रदर्शित कर रही थी
लखनऊ : 30 जनवरी, 2025
नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर निकली गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। राष्ट्रीय रंगशाला, नई दिल्ली में आयोजित अवॉर्ड सेरेमनी में केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने उत्तर प्रदेश की झांकी को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर ट्रॉफी तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
उत्तर प्रदेश की झांकी इस बार ’महाकुम्भ’ पर केन्द्रित थी। उत्तर प्रदेश की झांकी भारत ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण विश्व में मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में प्रतिष्ठित ‘महाकुम्भ 2025-स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ को प्रदर्शित कर रही थी। यह झांकी प्रयागराज में पवित्र अविरल और पौराणिक माँ गंगा, यमुना जी एवं सरस्वती जी के संगम पर हो रहे महाकुम्भ के दिव्य स्वरूप को दर्शा रही थी, जो पृथ्वी पर मानवता का सबसे बड़ा समागम है।
वर्ष 2025 का सबसे महत्वपूर्ण आयोजन महाकुम्भ अध्यात्म, धरोहर, विकास और डिजिटल प्रगति का संगम है। इस झांकी के केन्द्र में भी यही रहा। झांकी के अग्र भाग में ’अमृत कलश’ की आगे झुकी हुई भव्य प्रतिकृति दर्शायी गई, जिससे अमृतधारा प्रवाहित होती प्रतीत हो रही थी। साथ ही, शंखनाद, आचमन और साधना करते साधु-संत और संगम में डुबकी लगाते श्रद्धालुओं की प्रतिकृति ने महाकुम्भ की आध्यात्मिक ऊर्जा को जीवन्त किया। उत्तर प्रदेश सरकार के नेतृत्व में हो रहे अभूतपूर्व आयोजन का दर्शन देश-विदेश से आए आगंतुकों ने भी किया।
ट्रेलर के पैनल पर अमृत (शाही) स्नान के लिए जाते अखाड़ों-श्रद्धालुओं को म्यूरल एवं एल0ई0डी0 स्क्रीन द्वारा दर्शाया गया। ट्रेलर के प्लेटफॉर्म पर समुद्र मंथन की पौराणिक कथा को चित्रित किया गया, जिसने महाकुम्भ के महत्व और इसकी ऐतिहासिकता को रेखांकित किया। इसके पिछले हिस्से में समुद्र मंथन से निकले 14 रत्नों को दर्शाया गया था।
झांकी के माध्यम से ’महाकुम्भ 2025’ के आयोजन में अपनायी जा रही टेक्नोलॉजी, प्रबन्धन और डिजिटलीकरण को भी दर्शाया गया। इसके लिए हाईटेक इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (आई0सी0सी0सी0) को प्रमुखता से दिखाया गया, जो सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेण्ट का उत्कृष्ट उदाहरण है।
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