मुख्यमंत्री ने यू0पी0-112 द्वितीय चरण के
अन्तर्गत उच्चीकृत पी0आर0वी0 का फ्लैग ऑफ किया
ट्रैफिक पुलिस के कार्मिकों को वातानुकूलित हेलमेट प्रदान किये गये
स्मार्ट पुलिसिंग की अवधारणा आज की आवश्यकता : मुख्यमंत्री
राज्य सरकार ने फ्लीट के दायरे को बढ़ाने के लिए 03 वर्ष का एक बड़ा
कार्यक्रम तय किया, 6278 फोर व्हीलर और टू व्हीलर पी0आर0वी0 वाहन
उपलब्ध करवाने की दिशा में कार्य प्रारम्भ, इस वर्ष 1778 फोर व्हीलर
और टू व्हीलर वाहन फ्लीट का हिस्सा बनने हैं
प्रधानमंत्री जी ने स्मार्ट पुलिसिंग के बारे में जो सूत्र दिए,
उ0प्र0 पुलिस उनका अनुसरण करते हुए कार्य करे
हमें किसके लिए स्ट्रिक्ट होना है और किसके लिए
सेंसिटिव होना है यह तय करना महत्वपूर्ण
हमने टेक्नोलॉजी के उपयोग के साथ-साथ अपने मैनपावर को ट्रेंड किया
तथा पब्लिक का सपोर्ट लिया, ऑपरेशन त्रिनेत्र इसका बेहतर उदाहरण
कानून के राज ने पुलिस को सम्मान दिलाया और विश्वास का प्रतीक बनाया
लखनऊ : 27 जून, 2024
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग की अवधारणा आज की आवश्यकता है। उच्चीकृत पी0आर0वी0 का फ्लैग ऑफ व वातानुकूलित हेलमेट वितरण का आज का कार्यक्रम स्मार्ट पुलिसिंग की 07 वर्षां की चल रही प्रक्रिया को एक नई ऊंचाई प्रदान करने का अभियान है। तकनीक का उपयोग करते हुए यू0पी0-112 को और प्रभावी बनाने और इसके रिस्पॉन्स टाइम को कम करने के लिए तथा पी0आर0वी0 112 की संख्या को बढ़ाने के लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं। राज्य सरकार ने फ्लीट के दायरे को बढ़ाने के लिए 03 वर्ष का एक बड़ा कार्यक्रम तय किया है। 6,278 फोर व्हीलर और टू व्हीलर पी0आर0वी0 वाहन उपलब्ध करवाने की दिशा में कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। इसमें इस वर्ष 1,778 फोर व्हीलर और टू व्हीलर वाहन फ्लीट का हिस्सा बनने हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर यू0पी0-112 द्वितीय चरण के अन्तर्गत उच्चीकृत पी0आर0वी0 का फ्लैग ऑफ व वातानुकूलित हेलमेट वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने उच्चीकृत पी0आर0वी0-112 का फ्लैग ऑफ किया। इस मौके पर ट्रैफिक पुलिस के कार्मिकों को वातानुकूलित हेलमेट भी प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पुलिस महानिदेशकों की कॉन्फ्रेंस में स्मार्ट पुलिसिंग की एक नई अवधारणा दी थी कि स्मार्ट पुलिसिंग स्ट्रिक्ट एण्ड सेंसिटिव, मॉडर्न एण्ड मोबाइल, अलर्ट एण्ड अकाउण्टेबल, रिलाएबल एण्ड रेस्पॉन्सिव, टेक्नोसेवी एण्ड ट्रेण्ड के भाव पर कार्य करती है। यह सूत्र हमें कानून प्रवर्तन के भविष्य के लिए निरन्तर और स्पष्ट मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने यहां इन सभी बातों को अक्षरशः उतारने का प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने स्मार्ट पुलिसिंग के बारे में जो सूत्र दिए हैं, उत्तर प्रदेश पुलिस उनका अनुसरण करते हुए कार्य करे। हमें किसके लिए स्ट्रिक्ट होना है, और किसके लिए सेंसिटिव होना है यह तय करना महत्वपूर्ण है। हमें मॉडर्न होना है लेकिन मॉडर्न होने के साथ हम यह न मान लें कि हमारी जिम्मेदारी समाप्त हो गई है। हमें उतना ही गतिशील भी होना पड़ेगा। हमें अलर्ट होना है व अकाउण्टेबल, रिलायबल होने के साथ-साथ रिस्पॉन्सिबल और टेक्नोसेवी भी बनना है। हमें अपने पुलिस बल को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत करने की दिशा में प्रयास करने होंगे।
सुशासन की पहली शर्त कानून का राज है और कानून के राज की सबसे पहली शर्त सुरक्षा और संरक्षा का एक बेहतर वातावरण है। सुरक्षा का वातावरण राज्य का दायित्व है और राज्य के इस दायित्व का निर्वहन हमारी पुलिस कर रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस बल देश और दुनिया की सबसे बड़ी सिविल पुलिस है। विगत 07 वर्षां में उत्तर प्रदेश पुलिस ने देश में न केवल अपनी एक नई पहचान बनाई है, बल्कि उत्तर प्रदेश को भी एक नई पहचान दिलाने में महती भूमिका का निर्वहन किया है।
प्रदेश सरकार सेफ सिटी परियोजना के कार्यां को युद्धस्तर पर क्रियान्वित कर रही है। महिला सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने ऑपरेशन त्रिनेत्र के माध्यम से सेफ सिटी के कार्य की शुरुआत गोरखपुर से प्रारम्भ की थी। इसमें शासन, नगर निकाय, विकास प्राधिकरण, व्यापार मंडल और सामान्य नागरिकों का सहयोग शामिल है। हमने टेक्नोलॉजी के उपयोग के साथ-साथ अपने मैनपावर को भी ट्रेंड किया है तथा पब्लिक का सपोर्ट भी लिया है। ऑपरेशन त्रिनेत्र इसका बेहतर उदाहरण है। विगत 07 वर्षां में प्रदेश की सुरक्षा व कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में जो मॉडल खड़े किये गये हैं, उन्हें और प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षां में देश और दुनिया को स्पष्ट रूप से उत्तर प्रदेश में कानून का राज दिखाई दे रहा है। उत्तर प्रदेश की अपनी एक नई पहचान स्थापित हुई है। कानून के राज ने पुलिस को सम्मान दिलाया है और विश्वास का प्रतीक बनाया है। साथ ही, निवेश और व्यापार की नई सम्भावनाओं, विकास तथा रोजगार के एक नए युग में उत्तर प्रदेश को ले जाने का कार्य हुआ है।
वर्ष 2017 से पूर्व उत्तर प्रदेश देश की छठीं अर्थव्यवस्था का राज्य था। आज उत्तर प्रदेश देश में दूसरी अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है और तेजी के साथ देश की बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में अपने आपको स्थापित कर रहा है। उत्तर प्रदेश ने आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के नए युग में प्रवेश किया है। प्रदेश में हुए निवेश धरातल पर दिखायी दे रहे हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। आधुनिक सुविधायुक्त पुलिस बैरक निर्मित कराये जा रहे हैं। इस क्रम में पहली बार प्रदेश में राज्य सरकार ने एक फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट का गठन किया है, जिसमें गत वर्ष से ही पाठ्यक्रम प्रारम्भ हो चुके हैं। बिना भेदभाव व पारदर्शी तरीके से पुलिस बल में भर्ती सम्पन्न की जा रही हैं। प्रशिक्षण क्षमता को बढ़ाया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार पी0आर0वी0 112 में फोर व्हीलर के साथ-साथ टू व्हीलर को पहले ही शामिल कर चुकी है। ताकि संकरी गली व मोहल्लों में भी पी0आर0वी0 112 अपनी सेवा लोगों को प्रदान कर सके। कोरोना कालखण्ड में लॉकडाउन के दौरान पी0आर0वी0 112 ने पूरे मनोयोग से जनता की सेवा कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया। सी0एस0आर0 के माध्यम से कानपुर ट्रैफिक पुलिस को एयर कंडीशन हेलमेट प्रदान किया जाना उत्तर प्रदेश पुलिस बल के आधुनिकीकरण की दिशा में बेहतर कदम है। यह एयर कंडीशन हेलमेट भीषण गर्मी व लू में ट्रैफिक पुलिस के लिए उपयोगी साबित होगा।
कार्यक्रम को वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना व पुलिस महानिदेशक श्री प्रशान्त कुमार ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव गृह श्री दीपक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक यू0पी0-112 श्रीमती नीरा रावत, पुलिस विभाग व शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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