कश्मीर के अनकहे इतिहास को उजागर करेंगी फिल्म 'कश्मीर - एनिग्मा ऑफ पैराडाइज' जो अब तक किसी फिल्म में नहीं दिखा - अतुल गर्ग


मुंबई 13 अप्रैल 2024। धरती के स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर की सदियों से अपनी एक पीढ़ा है। कभी तुर्क और मुगलों का भी कहर झेला है, हजारों मासूम मारे गए। लोगों ने यहां जबरन धर्म परिवर्तन का खेल खेला है। हजारों मंदिर तोड़े गए। अब  दुनिया को बताया जा रहा है कि कश्मीर और कश्मीरी एक बार फिर मुख्य धारा में लौट आए हैं। कश्मीर की पृष्ठभूमि पर कई फिल्में बन चुकी हैं। जिसमें कश्मीर को अपने अपने नजरिए से पेश किया गया है। अब पहली बार कश्मीर की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म 'कश्मीर - एनिग्मा ऑफ पैराडाइज' में 1920 के दशक की शुरुआत से लेकर आज तक की कहानी देखने को मिलेगी।


फिल्म 'कश्मीर - एनिग्मा ऑफ पैराडाइज' की शूटिंग इन दिनों मुंबई के एलोरा स्टूडियो में चल रही है। इससे पहले फिल्म के कुछ हिस्सों की शूटिंग कश्मीर में हो चुकी है। फिल्म का उद्देश्य पारंपरिक रूप से सिल्वर स्क्रीन पर दिखाई जाने वाली रूढ़िवादिता से परे जाकर कश्मीर का एक ईमानदार चित्रण प्रस्तुत करना है। जो अभी तक किसी फिल्म में नहीं दिखाया गया है। यह फिल्म कश्मीर के अनकहे इतिहास को उजागर करेगा, जो 1920 के दशक की शुरुआत से लेकर आज तक 100 से अधिक वर्षों तक फैला हुआ है।

फिल्म 'कश्मीर - एनिग्मा ऑफ पैराडाइज' का निर्देशन कर रहे अतुल गर्ग कहते हैं, 'कश्मीर के नाम पर कई फिल्में बनाई गई हैं, लेकिन किसी ने भी इसके एक सदी से अधिक के इतिहास का पता नहीं लगाया है जैसा कि हम कश्मीर में प्रयास कर रहे हैं। हम फिल्म के साथ दर्शकों को आजादी से पहले से लेकर आज के कश्मीर तक की एक रोमांचक यात्रा पर ले जाना चाहते हैं। 

फिल्म के निर्देशक अतुल गर्ग ने आगे बताया,  'यह फिल्म अक्सर चित्रित की जाने वाली रूढ़िवादिता से परे, कश्मीर की वास्तविक सुंदरता, वहां के रहन सहन, खानपान और संस्कृति को भी प्रदर्शित करेगी।आतंकवाद दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन कश्मीर सिर्फ इसके बारे में नहीं है। हमारा लक्ष्य इसकी बहुआयामी सुंदरता और संस्कृति को प्रदर्शित करना है। फिल्म का शूटिंग शेड्यूल लगभग 100 दिनों का है, जिसमें से दो शेड्यूल कश्मीर में पूरे हो चुके हैं। मुंबई में शूटिंग के बाद इस फिल्म की अगली शूटिंग मनाली की खूबसूरत वादियों में की जाएगी उस के बाद भव्य स्तर पर रिलीज करने की तैयारी करेंगे।

आमिर खान की फिल्म 'तारे जमीं पर' से फिल्मों में शुरुआत करने वाले एक्टर दर्शील सफारी फिल्म में खास किरदार निभा रहे हैं। वह कहते हैं, 'कश्मीर - एनिग्मा ऑफ पैराडाइज' की कहानी बहुत दिलचस्प है। फिल्म का विषय और संदर्भ जटिल हैं। इस फिल्म लिए मुझे काफी तैयारी करनी पड़ी। एक अभिनेता के रूप में फिल्म पर काम करना एक बेहतरीन सीखने का अनुभव रहा है। सबसे बड़ी बात इस फिल्म में काम करके कश्मीर को समझने का मौका मिला। इस फिल्म के जरिए दर्शक कुछ ऐसे रोचक पहलुओं से रूबरू होंगे, जिसे जानकर वो हैरान हो जायेंगे।

बीते जानने के दिग्गज अभिनेता रजा मुराद इस फिल्म में बहुत ही जबरदस्त किरदार निभा रहे हैं। रजा मुराद ने बताया, 'इस फिल्म में मोहम्मद यूसुफ शाह का किरदार निभा रहा हूं, जिसे लोग  आमतौर पर सैयद सलाहुद्दीन के नाम से जानते हैं। वह कश्मीर में सक्रिय संगठन हिजबुल मुजाहिदीन और यूनाइटेड जिहाद काउंसिल का प्रमुख है। जिसका लक्ष्य आईएसआई से मिलकर जम्मू और कश्मीर को पाकिस्तान में विलय करना है।


इटरनल फिल्म्स द्वारा निर्मित इस फिल्म में दर्शील सफारी, रजनीश दुग्गल, रजा मुराद, पुनीत भट्ट ,मनीष खन्ना, इनामुलहक, आकांक्षा पुरी, सज्जाद डेलाफ्रूज, राम गोपाल बजाज,अध्ययन सुमन, एमके रैना, आरिफ जकारिया, पवन चोपड़ा, अमित बहल, महेश बलराज, प्रणीत भट्ट, डेलबार, आर्य, निहारिका रायजादा, मीर सरवर की मुख्य भूमिकाएं हैं। फिल्म के सिनेमैटोग्राफर फसाहत खान, हेड प्रोडक्शन - बरुण मौर्य, प्रोडक्शन डिजाइनर  प्रशांत राणे,एक्शन निर्देशक सुनील रोड्रिग्स और प्रचारक  संजय भूषण पटियाला हैं।

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