केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थानमखदूम में आणविक एवं जैव सूचना विज्ञान विश्लेषणात्मक उपकरण पर चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया ।

 

भा0कृ0अ0प0 – केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थानमखदूम में आणविक एवं जैव सूचना विज्ञान पर दिनांक 11 मार्च, 2024 को चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 7 राज्यों से आए हुए 23 मास्टर्स विद्यार्थियों एवं पी.एच.डी स्कोलर्स ने सहभागिता की ।

इस उद्घाटन कार्यक्रम  का शुभारंभ संस्थान के निदेशक डॉ0 मनीष कमार चेटली द्वारा किया गया, इसके साथ ही संस्थान के निदेशक द्वारा पशुधन सुधार और मांस की गुणवत्ता मं प्रोटिऔमिक्स तकनीकियों की महत्वता के बारे में व्याख्यान दिया गया । इसके साथ ही अतिथि व्याख्यान के लिए पधारे डॉ0 आदित्य आर्य, वैज्ञानिक, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मलेरिया रिसर्च, नई दिल्ली ने पशुधन में आनुवांशिकी सुधार के लिए डी.एन.ए आधारित आणविक मार्करों के चयन पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया ।

प्रशिक्षणार्थियों ने आर.टी.पी.सी.आर का उपयोग करके COVID-19 नमूनों का निष्कर्ण और रोज जनक का पता लगाने हेतु प्रयोगात्मक कार्य सीखा, इस व्यावहारिक प्रयोगात्मक को डॉ0 आदित्य आर्य के साथ डॉ0 राकेश कौशिक एवं स्नेहा सिंह ने प्रदर्शित किया यह प्रशिक्षण कार्याक्रम अनुसचूति जाति विकास कार्याक्रम योजना के अंतर्गत संस्थान के अनुवांशिकी एवं प्रजनन विभाग में आयोजित किया गया ।

उद्घाटन सत्र के दौरान परियोजना के नोडल अधिकारी डॉ0 गोपाल दास ने परियोजना का उद्देश्य व अनुसूचित जाति के विकास के लिए चल रही गतविधियों से अवगत कराया ।

इस प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम के निदेशक डॉ0 मनीष कुमार चेटली, पाठ्यक्रम समन्वयक, डॉ0 गोपाल दास, डॉ0 के0 गुरूराज, डॉ0 अरविन्द कुमार, डॉ0 राकेश कौशिक थे व पशु आनुवांशिकी प्रजनन विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 मनोज कुमार सिंह भी उपस्थित रहे ।


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