केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान में राष्ट्रीय बकरी मेला एवं कृषि औद्योगिकी प्रदर्शनी

राष्ट्रीय बकरी मेला एवं कृषि औद्योगिकी प्रदर्शनी 6 मार्च 2024 को भाकृअनुप केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान मखदूम में लगाया गया।यह मेला अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति विकास कार्य योजना के तहत लगाया गया। इस मेले के अवसर पर संस्थान के निदेशक डा मनीष कुमार चेटली ने संस्थान में बकरी पर चल रह शोध कार्य एवं प्रसार गतिविधियों के बारे में बताया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार गौड़, सह- महानिदेशक पशु विज्ञान, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली ने  मेले का अर्थ मेल मिलाप बताया। उन्होंने कहा कि मेलों में सभी प्रकार की तकनीकियों का मिलन होता है और इनका अवलोकन किया जा सकता है। इस मेले के मुख्य अतिथि डा. विनोद वर्मा , कुलपति लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय,हिसार हरियाणा ने बकरी पालन को किसानों के लिए लाभदायक एवं अधिक आय का साधन बताया और बकरी पालन के विभिन्न पहलुओं एवं बकरी दुग्ध के महत्व पर प्रकाश डाला।उन्होंने मेले में बड़ी संख्या में सहभागिता कर रही महिला बकरी पालकों को धन्यवाद दिया और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के मेलों के आयोजनों की संख्या बढ़ाई जाए। इस मेले में सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों द्वारा विकसित पशु एवं फसल आधारित विभिन्न तकनीकियों का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर संस्थान ने कुछ गैर सरकारी संस्थानों से  तकनीकी समझौतों (MoU) पर भी हस्ताक्षर किए।इस मेले में लगभग 12 राज्यों से करीब 2000 किसानों ने सहभागिता की, इसमें अनुसूचित जाति एवं जनजाति सामाजिक वर्ग की महिलाएं शामिल है। इस अवसर पर परियोजना के लाभार्थियों को सामग्री वितरण किया गया ।लगभग आठ राज्यों से आए प्रगतिशील बकरी पालन को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। मेले में किसानों द्वारा लाए गए उन्नत नस्ल की बकरियां एवं बकरों को विभिन्न वर्गों की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया एवं उन्हें पुरस्कृत भी किया गया। इस मेले के आयोजन सचिव डा अनुपम कृष्ण दीक्षित एवं डा गोपाल दास रहे एवं कार्यक्रम का सफल संचालन किया।

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