एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर में शिक्षाशास्त्र विभाग की ओर से गुरुवार को छात्र-छात्राओं हेतु  प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी 60 दिवसीय शिक्षण कौशल प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान छात्र-छात्राओं को इसकी उपयोगिता व महत्ता पर विधिवत प्रकाश डाला गया।
         कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय ने किया। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा संचालित शिक्षण कौशल सर्टिफिकेट कोर्स बहुत ही महत्वपूर्ण व उपयोगी साबित होगा। शिक्षा में अच्छा शिक्षण कौशल होना आवश्यक है और यह हमारे समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान करता है। शिक्षण कौशल व्यक्ति का वह  गुण होता है जिसके जरिये व्यक्ति अच्छा अध्यापक बनता है। एक अच्छे अध्यापक के अंदर अच्छी शिक्षण कौशल होना आवश्यक है जिससे वह अपने छात्रों का भविष्य उज्ज्वल बना सके। विभागाध्यक्ष एवं पाठ्यक्रम संयोजक डॉ दिनेश कुमार मौर्य ने सभी का स्वागत करते हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। असिस्टेंट प्रोफेसर शिक्षाशास्त्र एवं पाठ्यक्रम समन्वयक लेफ्टिनेंट(डॉ) देवेन्द्र कुमार चौहान ने सर्टिफिकेट कोर्स  के उद्देश्य को व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षण कौशल एक महत्वपूर्ण कौशल है जो हमें ज्ञान और अनुभव को आगे बढ़ाने की क्षमता प्रदान करता है। अच्छे शिक्षक न केवल ज्ञान का संचार करते हैं बल्कि वे अपने छात्रों को सोचने और संवाद करने की क्षमता भी प्रदान करते हैं। कार्यक्रम का संचालन विभागीय शिक्षक सीमा श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर विभागीय शिक्षक श्रीनारायण सिंह व आनंद त्रिपाठी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

     हिन्दी संवाद न्यूज़ से
       वी. संघर्ष✍️
     9140451846
      बलरामपुर l

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