जन्मजात मूक बाधिर बच्चों का हुआ पंजीकरण।
बलरामपुर। जनपद बलरामपुर मे मगंलवार को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ स्माइल ट्रेन संस्था द्वारा जन्म से कटे होंठ एवं तालू वाले बच्चों का निःशुल्क उपचार हेतु ज़िला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में पंजीकरण शिविर लगाया गया। लखनऊ के सिप्स अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग द्वारा लगाये गये इस शिविर में इलाज व ऑपरेशन हेतु 118  बच्चों को चयनित किया गया, जिनमें से 72 बच्चों को संस्था के ही बस से लखनऊ रेफर भी कर दिया गया । जहाँ उनके रहने खाने की व्यवस्था निःशुल्क की जायेगी ।शेष बच्चों को भी जल्द ही भेजा जायेगा ।
इस मौके पर सीएमओ डॉ० मुकेश कुमार रस्तोगी,नोडल अधिकारी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम डॉo सन्तोष कुमार श्रीवास्तव, डीआईसी मैनेजर सीतांगशू रजक, डॉo रितेश पुरवार प्रोजेक्ट डायरेक्टर स्माइल ट्रेन, मोहम्मद आमीन खान प्रोजेक्ट मैनेजर स्माइल ट्रेन सिप्स हॉस्पिटल सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया है कि शिविर का मुख्य उद्देश्य आरबीएसके कार्यक्रम के प्रति लोगो में जागरूकता फैलाना तथा गरीब बच्चों व परिजनों को उनके चेहरों पर नयी मुस्कान देना है | उन्होंने कहा कि शिविर में इलाज हेतु चयनित बच्चों का ऑपरेशन और सम्पूर्ण इलाज सिप्स अस्पताल लखनऊ में किया जायेगा । सिप्स संस्था द्वारा बताया गया कि इस अस्पताल में अभी तक ऐसे लगभग 14000 मरीज़ो का सफल इलाज किया जा चुका है । यह इलाज पूर्णतः निःशुल्क होता है । चयनित मरीज़ो को इलाज हेतु जिले से संस्था की बस लखनऊ लेकर जाती है । बस उपलब्ध न हो पाने की दशा में मरीज और अभिभावक के आने-जाने का किराया भी संस्था की तरफ से दिया जाता है । उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट तमाम गरीब असहाय परिवार और बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है । उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से इस कार्यक्रम का लाभ लेने की अपील की । डीईआईसी मैनेजर-आरबीएसके सितांशु रजक ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 6 सप्ताह से 6 वर्ष के बच्चों का आंगनवाड़ी केन्द्रों पर एवं 6 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों का स्कूलों में मोबाइल हेल्थ टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इस प्रकार के लगभग 225 बच्चों का ऑपरेशन विगत वर्षो में कराया जा चुका है। इसके अलावा प्रसव केन्द्रों पर प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा एवं अन्य जन्में बच्चों का गृह भ्रमण के दौरान आशा द्वारा परीक्षण किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि बच्चों में कटे-फटे होंठ या तालू की जन्मजात दोषों का सुनियोजित एवं सम्पूर्ण उपचार हेतु राज्य स्तर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के मध्य दिनांक 31 मई 2018 को करार किया गया था। इसके अलावा डीईआईसी सेंटर्स के माध्यम से बच्चों में जन्मजात दिल का छेद,कम सुनना,अस्थि रोग, पैर का घुमा हुआ होना जैसी करीब 42 प्रकार की जन्मजात बीमारियों का भी निःशुल्क इलाज कराया जा रहा है ।
सिप्स अस्पताल प्लास्टिक सर्जन व स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के डायरेक्टर डा० रितेश पुरवार और उनकी टीम द्वारा बताया गया कि कटे हुए होंठ वाले बच्चों का ऑपरेशन होने के समय उनकी उम्र कम से कम 4 से 6 महीने व वजन 5 किलोग्राम होनी चाहिए, वहीँ तालू की समस्या वाले बच्चों की उम्र 9 से 12 महीने व वजन 7 किलोग्राम होनी चाहिए । मोहम्मद आमीन खान  प्रोजेक्ट मैनेजर,स्माइल ट्रेन ने बताया है कि यह सुविधा मरीजों के लिए प्रत्येक दिन व निरंतर दिनों के लिए है इस शिविर का उद्देश्य लोगों में जागरूकता फैलाना व ग़रीब बच्चों व उनके परिजनों को नई मुस्कान देना हमारा उद्देश्य है कि पहले ऑपरेशन करवा चुके व परिणाम से असंतुष्ट मरीज भी नि:शुल्क ऑपरेशन का लाभ उठा सकते हैं। इस मौके पर एनएचएम के समस्त आरबीएस के टीम के सदस्य डॉo मोहित श्रीवास्तव,  डॉo नित्या नन्द मिश्रा, डॉo तुफैल,  अक़ील सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे। अधिक जानकारी के लिए स्माइल ट्रेन संस्था के प्रतिनिधि मोहम्मद आमीन खान के मोबाइल नं० 9984550786,9453207757 पर संपर्क कर सकते हैं!

  हिन्दी संवाद न्यूज़ से
  रिपोर्टर वी. संघर्ष
  9140451846
    बलरामपुर। 

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