उत्तर प्रदेश में भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी के विधायक डॉ. विनोद कुमार बिंद और उनके समर्थकों के खिलाफ वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है। मामला सवा महीने पहले डाफी टोल प्लाजा पर कर्मचारियों से मारपीट करने के बाद जबरन बूम हटा कर लाखों रुपये के राजस्व की क्षति पहुंचाने से संबंधित है। इस प्रकरण को लेकर लंका थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। डाफी टोल प्लाजा के सिक्योरिटी सुपरवाइजर दिनेश कुमार की तहरीर के आधार पर बीते पांच दिसंबर को लंका थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमे के अनुसार, मिर्जापुर जिले की मझवा विधानसभा से विधायक डॉ. विनोद कुमार बिंद बीते चार दिसंबर को दो वाहनों के साथ डाफी टोल प्लाजा की लेन नंबर 10 में आए।विधायक की मौजूदगी में उनके समर्थकों ने टोल कलेक्टर के साथ मारपीट और गालीगलौज की। साथ ही, पांच-छह लोगों ने टोल कर्मियों को मारने के लिए दौड़ाया। इसके अलावा उन लोगों ने लेन नंबर 1, 11, 13 और 14 से 120 छोटी-बड़ी गाड़ियों को टोल फीस दिए बगैर ही जबरन पास करवा दिया। इससे लाखों रुपये के राजस्व की हानि होने के साथ ही सरकारी काम में बाधा भी पैदा हुई। 

विधायक सहित चार लोग चिह्नित किए गए

लंका थाने में दर्ज मुकदमे की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस के अनुसार, टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर विधायक सहित चार लोग चिह्नित कर लिए गए हैं। टोल प्लाजा पर मारपीट, बदसलूकी और बूम तोड़ने की घटना के दौरान विधायक भी मौजूद थे।

तीन अन्य आरोपियों को चिह्नित किया जाने का काम अभी शेष है। आरोपियों के बयान दर्ज कर उनके खिलाफ जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। पुलिस ने बताया कि दर्ज मुकदमे में सरकारी काम में बाधा डालने सहित अन्य आरोपों से संबंधित धाराएं भी बढ़ाई जाएगी।

एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की मदद से मुकदमे के विवेचक ने चार आरोपियों को चिह्नित किया है। पुलिस पूरे प्रकरण की निष्पक्षता से जांच कर जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। 

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने