महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री की अध्यक्षता
में पोषण पाठशाला का आयोजन

सरकार की स्पष्ट मंशा है कि देश एवं प्रदेश की महिलाएं
अपने-आप में सक्षम एवं सबल बनें

पोषण पाठशाला, पोषण प्रबन्धन पर आधारित एक अत्यंत प्रभावी रणनीति
मॉ का पहला दूध बच्चे के लिए अमृत समान
- श्रीमती बेबी रानी मौर्य

पोषण पाठशाला का आयोजन समाज में फैली मिथक और
भ्रांतियों को दूर करने हेतु सकारात्मक पहल
- श्रीमती अनामिका सिंह

लखनऊ: 14 जुलाई, 2022
महिलाओं को जागरूक करने एवं उन्हें सबल बनाने हेतु केन्द्र एवं प्रदेश की सरकार लगातार विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं को संचालित कर रही है। सरकार की स्पष्ट मंशा है कि देश एवं प्रदेश की महिलाएं अपने-आप में सक्षम एवं सबल बनें। पोषण पाठशाला का आयोजन हमारे मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की दूरदृष्टि और एक भारत-श्रेष्ठ भारत बनाने के महाअभियान हेतु पोषण प्रबन्धन पर एक अत्यंत ही प्रभावशाली रणनीति है। सुपोषित बचपन एक सुदृढ़ भारत की तस्वीर पेश करता है, इसीलिए कहा गया है कि सही पोषण-देश रोशन।
   उक्त वक्तव्य प्रदेश की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने विभाग द्वारा गत बुधवार को एन0आई0सी0 में ‘‘प्रभावी स्तनपान हेतु सही तकनीकि‘‘ विषय पर आयोजित पोषण पाठशाला की अध्यक्षता करते हुए दिए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पोषण के क्षेत्र में कार्यरत सभी विभागों और सामाजिक संस्थाओं के मिले-जुले प्रयास से हम प्रदेश के पोषण की स्थिति में सुधार ला सकते हैं और तमाम महिलाओं और बच्चों को कुपोषण-जनित बीमारियों से बचा सकते हैं। उन्होंने बताया कि बच्चे के जन्म के बाद अतिशीघ्र मॉ का दूध पिलाना चाहिए, क्योंकि मॉ का पहला गाढ़ा पीला दूध बच्चे के लिए अमृत समान है जो कि बच्चे को बीमारियों से लड़ने में सहायक होता है। हमारी सरकार ने पोषण के क्षेत्र में कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं जिससे प्रदेश में पोषण के क्षेत्र में कार्य करने का एक बेहतर माहौल विकसित हुआ है और विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं का बेहतर सहयोग पोषण के क्षेत्र में हमें प्राप्त हुआ है।
  श्रीमती मौर्य ने बताया कि मा0 प्रधानमंत्री व मा0 मुख्यमंत्री की सुपोषित भारत की परिकल्पना को साकार करते हुए विभाग की सेवाओं, पोषण प्रबन्धन, कुपोषण से बचाव के उपाय, पोषण शिक्षा व पोषण के सन्देशों को घर-घर तक पहुँचाने के लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा एन0आई0सी0 के माध्यम से ‘‘पोषण पाठशाला‘‘ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी 75 जनपद के जनपद स्तरीय अधिकारी जुडे़ रहे। प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण वेबकास्ट द्वारा किया गया, जिसे 20 लाख से अधिक पंजीकृत गर्भवती/धात्री महिलाएं व उनके परिवारजनो द्वारा देखा व सुना गया।
 पोषण पाठशाला में सचिव, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग श्रीमती अनामिका सिंह ने बताया कि पोषण की स्थिति को सुदृढ़ करने हेतु मा0 प्रधानमंत्री एवं मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा वर्ष 2018 में पोषण अभियान की शुरुआत की गई। पोषण अभियान के क्रियान्वयन से विभाग उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। नवजात बच्चे को स्तनपान कराने एवं पोषण के संबंध में समाज में विभिन्न मिथक एवं भ्रांतियां फैली हुई हैं, पोषण पाठशाला का आयोजन इन्हीं मिथक और भ्रांतियों को दूर करने हेतु सकारात्मक पहल है।
पोषण पाठशाला में विषय विशेषज्ञों के रूप में सहायक प्रोफेसर सामुदायिक चिकित्सा डा0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान ऑफ मेडिकल साइन्स लखनऊ डा0 अरविन्द सिंह, वरिष्ठ परामर्शदाता (बाल रोग विशेषज्ञ), वीरांगना अवन्तीबाई महिला अस्पताल लखनऊ, डा0 मोहम्मद सलमान खान व उप निदेशक (मातृ एवं नवजात बाल स्वास्थ), यू0पी0 टी0एस0यू0 लखनऊ डा0 वंदना सिंह द्वारा प्रभावी स्तनपान हेतु सही तकनीक के विषय पर विस्तार से चर्चा की गयी तथा स्तनपान के सही तकनीक का डेमो भी किया गया। जन्म के एक घण्टे के अन्दर मॉं का दूध अनिवार्यतः पिलाने तथा छः माह तक केवल मॉं का दूध (पानी, शहद, घुट्टी आदि कुछ भी नहीं पिलाना है) पिलाने की महत्ता, आवश्यकता तथा उसके लाभ के साथ-साथ समाज में फैली भ्रान्तियों के सम्बन्ध में लाभार्थियों को परामर्श दिया गया। विशेषज्ञों द्वारा कमजोर पैदा हुए बच्चों के लिए कंगारू मदर केयर के विषय में जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जनपदों के लाभार्थियों (गर्भवर्ती एवं धात्री महिला) द्वारा प्रश्न पूछे गये, जिसका विषय विशेषज्ञों द्वारा विस्तारपूर्वक उत्तर भी दिया गया।
     पोषण पाठशाला में निदेशक, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, उ0प्र0, डा0 सारिका मोहन, निदेशक, राज्य पोषण मिशन श्री कपिल सिंह, संयुक्त परियोजना समन्वयक, पोषण अभियान श्री सेराज अहमद के साथ-साथ डॉ0 रिचा एस0 पाण्डेय राज्य प्रतिनिधि यूनिसेफ, डॉ0  डा0 मनीष कुमार पी (निदेशक स्वास्थ्य एवं पोषण) यू0पी0टी0एस0यू0 तथा एलाइव एण्ड थ्राइव के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।

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