-प्रदेश के 15 जिलों में क्षय उन्मूलन के लिए आगे आई सहयोगी संस्थाएं
-चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में टीबी उन्मूलन पर हुई चर्चा
बलरामपुर, 28 फरवरी। देश में 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए चल रहे आन्दोलन को मजबूत बनाने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में टीबी को खत्म करने के लिए उठाये जाने वाले जरूरी कदमों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इस कार्यशाला के दौरान समुदाय को टीबी के प्रति जागरूक बनाने के लिए जो लोग टीबी को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं उनको टीबी चैंपियन के रूप में प्रशिक्षित भी किया गया।
सोमवार को एक निजी होटल में आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन पर डब्लूएचओ के परामर्शदाता डा किरन ने बताया कि ट्यूबरक्लोसिस संक्रमित व्यक्ति के खाँसने छींकने से निकलने वाली बूंदों के संपर्क में आकर जाने-अनजाने अन्य लोग भी संक्रमित होते हैं। इसका उपचार हो सकता है अगर इसकी जांच और इलाज जल्दी शुरू किया जाए। टीबी की दवा का नियमित सेवन बहुत जरूरी है क्योंकि दवा बीच में ही छोड़ देने से टीबी गंभीर रूप ले सकता है और यह एमडीआर और एक्सडीआर टीबी में परिवर्तित हो सकता है, इसलिए इसका पूरा इलाज जरूर करें। उन्होंने बताया कि वैसे तो 40 प्रतिशत आबादी में टीबी के वैक्टीरिया होते हैं, लेकिन सही खान पान और पोषण से वह बीमारी के रूप में परिवर्तित नहीं हो पाते। कार्यक्रम का संचालन कर रहे वल्र्ड विजन संस्था के जिला सामुदायिक समन्वयक अब्दुर्रहमान ने बताया कि कार्यशाला के माध्यम से टीबी उन्मूलन में कार्य कर रहे कर्मियों को व्यवस्थित ढंग से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। इसके साथ ही प्राइवेट संस्थानों को टीबी उन्मूलन में भागीदार बनाने के लिए उनका अभिमुखिकारण किया गया। उन्होंने बताया कि जो लोग टीबी से सही हो चुके है उनको टीबी चैंपियन के रूप में आगे लाकर और अन्य टीबी ग्रसित को इलाज के प्रति प्रोत्साहित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस तरह का प्रयास वर्ड विजन द्वारा राज्य के 15 जनपदों में किया जा रहा है। यूनाइट टू एक्ट परियोजना, ग्लोबलफंड फाउंडेशन फॉर इनोवेटिव न्यू डायग्नोस्टिक्स परियोजना में जन संपर्क कर रही है और रीच संस्था इस परियोजना को अपने पार्टनर ममता और वर्ल्ड विजन इंडिया संस्थाओं के माध्यम से 10 राज्यों के 80 जिलों में चला रही है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सजीवन लाल की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में क्षय रोग को वर्ष 2025 तक खत्म करने को लेकर उठाए जाने वाले जरूरी कदमों के बारे में विस्तार से चर्चा हुई। कार्यशाला के दौरान जिला कार्यक्रम समन्वयक अविनाश विक्रम, सुमित साहू, टीबीएचबी सुरेश सैनी सहित तमाम विशेषज्ञों ने संबोधित किया।
उमेश चन्द्र तिवारी
9129813351
हिन्दीसंवाद न्यूज़
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