प्रयागराज जिले के आसपास के 207 गांवों के दिन बहुरने वाले हैं। इन गांवों को स्ट्रीट लाइट से जगमग करने की तैयारी है। इस प्रोजेक्ट पर नगर निगम 32 करोड़ रुपए खर्च करने जा रहा है। इन लाइट्स को लगाने के लिए टेंडरिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। नैनी क्षेत्र में आने वाले गांवों में काम भी शुरू कर दिया गया है। झूंसी, फाफामऊ और मुंडेरा क्षेत्र के गांवों में लाइट्स लगाने के लिए टेंडरिंग की प्रक्रिया जल्द पूरी होने की उम्मीद है। इन गांवों में शहर की तरह ही सीवर, पानी की सप्लाई, स्ट्रीट लाइट और साफ-सफाई की व्यवस्था दी जाएगी। प्रयागराज प्रदेश के स्मार्ट शहरों में शामिल है। इसीलिए नगर निगम का सीमा विस्तार होने से झूंसी नगर पंचायत के अलावा 207 गांव शामिल हुए हैं। अब नगर पंचायत और गांवों को मिलाकर तीन अलग जोन का गठन किया गया है। 20 नए वार्ड भी प्रस्तावित किए गए हैं। इससे सीमा विस्तार क्षेत्र में सुविधाएं बेहतर होंगी, लेकिन इन क्षेत्रों के लोगों पर अब गृहकर, जलकर और सीवरकर का बोझ भी पड़ेगा।

इन क्षेत्रों में होगा काम
जोन एक खुल्दाबाद में झलवा, जोन संख्या दो मुट्ठीगंज में सरायगढ़ी, तुलसीपुर, शाहगंज, मिनहाजपुर, अटाला, बक्सीबाजार, दायरा शाह अजमल, जोन चार अल्लापुर में विश्वविद्यालय क्षेत्र, आजाद स्क्वायर, एलनगंज, मेडिकल कॉलेज छेत्र, जोन 5 नैनी में महेवा पट्टी, डांडी, तेंदुआ वन, घोघापुर, बरामार, लवायन, अरैल, नैनी ददरी, जोन छह टीपी नगर में मुंडेरा, सुलेम सराय, जयंतीपुर, हरवारा, टीपी नगर, बमरौली, पीपल गांव, जोन सात फाफामऊ में फाफामऊ, मलाक हरहर, गोहरी, बहमलपुर, जोन आठ झूंसी में झूंसी नगर पंचायत क्षेत्र, कटका, मलावां, अंदावा, हवेलिया, कनिहार शामिल हैं।

टेंडर पाने वाली कंपनी को पांच साल तक इन लाइटों का करना होगा रख-रखाव
प्रयागराज के महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी के मुताबिक, प्रयागराज में शामिल सभी गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाए जाने की योजना पर हम काम कर रहे हैं। नैनी क्षेत्र के गांवों में टेंडर फाइनल हो गया है। बाकी क्षेत्रों में मानक न पूरा होने के कारण टेंडर की प्रक्रिया को दोबारा की जा रही है। नैनी क्षेत्र में काम भी शुरू कर दिया गया है। इन गांवों में कुल 12 हजार स्ट्रीट लाइटें लगनी हैं। टेंडर में जहां खंबे नहीं हैं, वहां खंबों को भी लगाने की योजना है। इसके अलावा टेंडर पाने वाली कंपनी को पांच साल तक इन लाइटों का रख-रखाव भी करना होगा। गांवों में साफ-सफाई के लिए भी प्रति 10 हजार जनसंख्या पर 28 कर्मचारी भी रखे जा रहे हैं। इसका भी बजट पारित किया गया है। प्रयागराज शहर से सटे इन गांवों को भी स्मार्ट लुक दिए जाने की पूरी तैयारी है। इस काम में दो से तीन साल लगेंगे।

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