श्रीमान पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री विकास कुमार द्वारा साइबर अपराधों के रोकथाम/ अनावरण हेतु दिए गए निर्देश के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक/ नोडल अधिकारी साइबर क्राइम बलरामपुर श्री योगश कुमार के पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम थाना द्वारा साइबर फ्राड कर निकाले गये शिकायतकर्ता श्री अभिमन्यु कुलदीप के 1,91,096.00/- रुपये वापस कराये गये।
मामला इस प्रकार है- दिनांक 20.01.2025 को शिकायतकर्ता श्री अभिमन्यु कुलदीप पुत्र श्री सत्य प्रकाश कुलदीप निवासी पुरषोत्तमपुर पोस्ट सोनपुर थाना तुलसीपुर बलरामपुर द्वारा शिकायत की गयी थी कि शिकायतकर्ता वर्तमान समय जनपद बलरामपुर में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त है, शिकायतकर्ता को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा फोन कर अपने आप को बैंक का कर्मी बताकर शिकायतकर्ता के आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर धोखाधड़ी करके क्रेडिट कार्ड से दो बार में 1,91,096.00 रुपये निकाल लिए गए थें। जिसकी शिकायत शिकायतकर्ता द्वारा साइबर क्राइम थाना बलरामपुर पर की गयी थी। जिसपर साइबर क्राइम थाना जनपद बलरामपुर की साइबर टीम द्वारा तत्काल आवश्यक कार्यवाहियां की गयी। साइबर क्राइम थाना टीम द्वारा शिकायतकर्ता  की समस्त धनराशि विभिन्न वॉलेट/बैंक खातों से बरामद कराते हुए 1,91,096.00/ रुपये शिकायतकर्ता के क्रेडिट कार्ड में वापस करायी गयी है। शिकायतकर्ता श्री अभिमन्यु कुलदीप द्वारा रुपये 1,91,096.00/-  अपने क्रेडिट कार्ड में वापस मिल जाने पर  पुलिस अधीक्षक महोदय के प्रति धन्यवाद पत्र ज्ञापन देते हुए बलरामपुर पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया गया। 
*साइबर अपराध से बचाव हेतु सावधानी*
एईपीएस फ्राड से बचने के लिए हमेशा आधार कार्ड का बायोमैट्रिक लाक करके रखें। साइबर अपराधियों द्वारा आम लोगो का फिंगर प्रिन्ट क्लोन कर एईपीएस के माध्यम से धोखाधड़ी करके रुपया निकाल लिया जाता है, जिसके बचाव के लिए आवश्यक है कि आधार कार्ड का बायोमैट्रिक लाक करके रखें।
किसी अनजान व्यक्ति द्वारा बताये गये किसी एप को डाउनलोड न करें, साइबर अपराधियो द्वारा स्क्रीनशेयरिंग एप डाउनलोड करवाकर अपका फोन एक्सेस करके उसका गलत उपयोग किया जा सकता है।
किसी अनजान के कहने पर पेमेन्ट रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें। साइबर अपराधियों द्वारा लोगो को यह बताकर कि पैसे आपके खाते में भेजे जा रहे रिसीव कर लीजिए, लोगो द्वारा रिसीव करने के लिए जैसे ही यूपीआई पिन डाला जाता है,  पैसे खाते से कट जाते हैं। अवगत कराना है कि खाते में रुपये रिसीव करने के लिए कभी पिन डालने या रिसीव करने की आवश्यकता नही होती है।
साइबर अपराधियों द्वारा आजकल एटीएम बदलकर साइबर क्राइम किया जा रहा है। इस स्थिति से बचने के लिए एटीएम उपयोग करते समय किसी अनजान से मदद लेते समय हमेशा सावधान रहें। किसी अनजान के हाथ में अपना एटीएम न दें।
गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करते समय हमेशा सावधान रहें। साइबर अपराधियों द्वारा गूगल पर विभिन्न कंपनियों के फर्जी कस्टमर केयर नंबर अपलोड किये गये हैं, अतः किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर निकालने के लिए हमेशा कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट से ही निकालें।
सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की फ्रेन्ड रिक्वेस्ट/ वीडियो कॉल एक्सेप्ट न करें। साइबर अपराधियों द्वारा लोगो को सोशल साइट पर आनलाइन चैट कर सेक्सुअली उकसाकर उनका न्यूड वीडियो रिकार्ड कर ब्लैकमेल किया जाता है। अतः सोशल मीडिया पर हमेशा सावधान रहें।
किसी भी दशा में अपना व्यक्तिगत विवरण किसी अनजान के साथ साझा न करें। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आने वाले विज्ञापनों से खरीदरी में हमेशा सावधान रहें, खरीदरी हमेसा किसी भी ई-कामर्श वेबसाइट की आफिशियल वेबसाइट अथवा अधिकृत एप से ही करें।
सोशल मीडिया एकाउन्ट पर हमेशा टू-स्टेप वेरीफिकेशन आन रखें तथा मजबूत पासवर्ड बनायें।
ठगी का शिकार होने पर अपने नजदीकी थाने की साइबर सेल पर तत्काल संपर्क करें अथवा भारत सरकार द्वारा जारी नंबर 1930 पर कॉल करें। किसी भी प्रकार के साइबर क्राइम से सम्बन्धित आनलाइन शिकायत भारत सरकार द्वारा जारी अनलाइन नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in  के माध्यम से करें।


       हिन्दी संवाद न्यूज से
        रिपोर्टर वी. संघर्ष
           बलरामपुर। 

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने