मुख्यमंत्री ने गोरखपुर मंे मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत आयोजित 01 हजार जोड़ांे के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में नव दम्पतियों को उपहार एवं आशीर्वाद प्रदान किया

गोरखपुर के विकास से सम्बन्धित 252 करोड़ रु0 की 91 परियोजनाओं का लोकार्पण किया

लोकार्पित परियोजनाओं में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल,
बाढ़ बचाव से सम्बन्धित विकास कार्य शामिल

एक सद्गृहस्थ के लिए विवाह एक संस्कार, इसके माध्यम से वह
अपनी पैतृक परम्परा को आगे बढ़ाने का कार्य करता: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से अब तक 03 लाख
गरीब बेटियों की शादी करायी गयी, प्रत्येक जोड़े को सरकार द्वारा
51 हजार रु0 की धनराशि उपलब्ध करायी जाती

समाज में बाल विवाह जैसी कुरीति कहीं भी न हो,
दहेज न लेने, न देने के भाव के साथ आगे बढ़ना होगा

महिला विरोधी कुरीतियों को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान चलाया

प्रदेश सरकार ने ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के तहत
लगभग 17 लाख बेटियों को आर्थिक मदद दी, प्रदेश सरकार
आगामी अप्रैल माह से इसकी धनराशि को 25 हजार रु0 करने जा रही

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दिये गये आवासों
में आधे से ज्यादा का स्वामित्व महिलाओं के नाम पर

स्वामित्व योजना के माध्यम से से 90 लाख महिलाओं को जिस
जमीन पर उनका मकान है, उसका मालिकाना अधिकार दिया गया


लखनऊ: 14 फरवरी, 2024

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर मंे हिन्दुस्तान उर्वरक रसायन लि0 कारखाना परिसर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत आयोजित 01 हजार जोड़ांे के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित होकर नव दम्पतियों को उपहार एवं आशीर्वाद प्रदान किया। मुख्यमंत्री जी ने सामूहिक विवाह में शामिल सभी जोड़ों को नये जीवन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंनेे जनपद गोरखपुर के विकास से सम्बन्धित 252 करोड़ रुपये की 91 परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया।
 इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज बसंत पंचमी के पावन दिन पर यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। यह मां सरस्वती की कृपा है। मां सरस्वती की कृपा से सारे कार्य हो जाते है। आज के दिन प्रकृति सौन्दर्य के चरम की ओर अग्रसर होती है। एक सद्गृहस्थ के लिए विवाह एक संस्कार है, जिसके माध्यम से वह अपनी पैतृक परम्परा को आगे बढ़ाने का कार्य करता है। सृष्टि की रचना एवं जीवन चक्र इसी से जुड़ा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से अब तक 03 लाख गरीब बेटियों की शादी करायी गयी है। आज 01 हजार जोड़े एक नये जीवन में प्रवेश कर रहे है। इस योजना में प्रत्येक जोड़े को सरकार द्वारा 51 हजार रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी जाती है। इसमें 35 हजार रुपये बेटी के खाते में तथा शेष धनराशि उनके जरूरत के सामान में खर्च की जाती है। गरीब परिवार की बेटियों की शादी में मुख्यमंत्री के साथ जनप्रतिनिधिगण का शामिल होना सबके लिए हर्ष की बात है। यह एक अभिनव कार्यक्रम है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी को ध्यान देना होगा कि समाज में बाल विवाह जैसी कुरीति कहीं भी न हो। दहेज न लेने, न देने के भाव के साथ आगे बढ़ना है। तलाक जैसी कुप्रथा का उन्मूलन करना है। बहुविवाह के प्रचलन को समाप्त करना है। इन अमानवीय व महिला विरोधी कुप्रथाओं को खत्म करना हम सबकी जिम्मेदारी है। सरकार भी इस मुहिम में सदैव आगे खड़ी है। शासन द्वारा इसके लिए हर संभव सहयोग व प्रोत्साहन दिया जा रहा है। महिलाओं के सम्मान व स्वावलम्बन के लिए महिला स्वयं सहायता समूह संचालित है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समाज में परिवर्तन के साथ विकृतियां भी आयी थी। दहेज, बाल विवाह, तलाक जैसी विकृतियां आधी आबादी अर्थात महिला विरोधी थीं। इन्हीं कुरीतियों के कारण बेटी के जन्म को बुरा माना जाने लगा था। इस कुरीति को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2014 में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान चलाया। यदि बेटियां बचेंगी, तो ही पढ़ेंगी और देश को आगे बढ़ायेंगी। एक बेटी एक परिवार के साथ पूरे खानदान को आगे बढ़ाती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम के साथ अनेक कार्यक्रम प्रदेश सरकार द्वारा संचालित किये जा रहे हैं। बेटियों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ शुरु की। इसमें कन्या के जन्म से स्नातक तक की शिक्षा के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाता है। शासन द्वारा अब तक इस योजना के तहत प्रति बेटी 15 हजार रुपये प्रदान करते हुए लगभग 17 लाख बेटियों को आर्थिक मदद दी जा चुकी है। प्रदेश सरकार आगामी अप्रैल माह से इस धनराशि को बढ़ाकर 25 हजार रुपये करने जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शासन ने यह सुनिश्चित किया है कि जहां भी राशन वितरण दुकान का विवाद होगा, वहां की व्यवस्था महिला स्वयं सेवी समूह संचालित करेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दिये गये 55 लाख से अधिक आवासों में आधे से ज्यादा का स्वामित्व महिलाओं के नाम पर है। स्वामित्व योजना के माध्यम से 90 लाख महिलाओं को जिस जमीन पर उनका मकान है, उसका मालिकाना अधिकार दिया गया है। यह सभी कार्यक्रम प्रधानमंत्री जी के महिला सशक्तिकरण के विजन के अनुसार चलाये जा रहे है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम भी इस क्रम को आगे बढ़ा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शासन की सभी योजनाओं का लाभ देने के लिए डबल इंजन सरकार प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। आज यहां सामूहिक विवाह के साथ जनपद के विकास के लिए 252 करोड़ रुपये की 91 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया गया है। इनमें जनपद में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, बाढ़ बचाव आदि से सम्बन्धित विकास कार्य शामिल हैं। हर घर नल योजना से अब पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, बल्कि सभी को शुद्ध पेयजल की प्राप्ति होगी। शुद्ध पेयजल से मनुष्य का स्वास्थ्य अच्छा होगा तथा बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे की बचत भी होगी। जल के उपयोग के साथ हमें इसका संरक्षण भी करना होगा। पानी की प्रत्येक बंूद का उपयोग करना होगा। सरकार जल संरक्षण के कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रही है।
कार्यक्रम को सांसद श्री रवि किशन शुक्ल ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जनजनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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