उत्तर प्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक बीपीएड बेरोजगारों को सड़क पर लाने के खिलाफ बेरोजगार एक बार फिर से जागरूक होते हुए अपनी रुकी हुई काउंसिलिंग को करानेे ।
 32022 योग ,अनुदेशक खेल शिक्षक भर्ती को पूर्ण करने के उद्देश्य से अध्यक्ष देवेंद्र पांडे की अगुवाई में एक विशेष आंदोलन चलाया हुआ है।
 बिना किसी राजनैतिक लाग लपेट के पांच साल से परेशान बीपीएड बेरोजगार भर्ती को पूर्ण करने के लिए संघर्षरत है ।इसी क्रम में बुधवार 14 जुलाई को आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह से जिलाऔरैया में मिले,औरैया के बीपीएड जिलाध्यक्ष आशीष पोरवाल, आशीष मिश्र सहित दर्जनों संगठन के पदाधिकारियों व बीपीएड बेरोजगारों ने अपनी रुकी हुई भर्ती को शुरू कराने के  संबंध में आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता व सांसद संजय सिंह को ज्ञापन सौंपकर बेरोजगारों को रोजी रोटी दिलाने में मदद करने की गुहार लगाई।  

बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में डेढ़ लाख से ज्यादा बीपीएड प्रशिक्षण प्राप्त खेल और योग शिक्षकों की भर्ती पांच साल पहले  सपा सरकार में निकाली गई थी ।जो राजनैतिक खींचातान में लगभग चार सालों से कोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार के सुप्रीमकोर्ट में चले जाने से फंसी पड़ी है।  इस मे बेरोजगारों का दोष यही है कि वो बेरोजगार हैं। प्रदेश के बीपीएड बेरोजगारों के अध्यक्ष देवेंद्र पांडे ने संवाद सूत्र से बताया कि यह भर्ती क्यों फंसी पड़ी है यह समझ से बिल्कुल परे है। न तो ऐसा है कि  भर्ती कोई मानक न पूरा करती हो , न ही ऐसा है कि प्रदेश के जूनियर स्कूलों में भर्ती के लिए पद की कमी है । और न ही ऐसा है कि ये बेरोजगार पद के लिए योग्यता न रखते हों ,न ही ऐसा है  कि प्रदेश में मेरिट पर भर्तियां न होती रही हों। फिर इस भर्ती का रोका जाना बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ के सिवा और कुछ नही है।
सरकार को डेढ़ लाख बीपीएड के प्रशिक्षित बेरोजगारों की जिंदगी के साथ खेलने का का कोई हक नही है।हमारे भविष्य और परिवार के साथ खिलवाड़ हो रहा है हमारे तमाम साथी इसी भर्ती को पूर्ण कराने के  तनाव में अपनी जान तक गंवा चुके हैं।
हर जिले के बीपीएड बेरोजगारों को प्रदेश संगठन ने रणनीति तय करते हुए यह निर्देश दिया है कि कोई भी नेता सत्ता पक्ष का हो या विपक्ष का कोई भी कार्यक्रम जिले में कहीं भी आयोजित करे तो हम बीपीएड बेरोजगार भाई अपनी समस्या उनसे जरूर बताये और हर संभव मदद की गुहार करें। 
बीपीएड बेरोजगारों का कहना है कि आवश्यकता पड़ी तो व्यापक  जन आंदोलन कोविड नियमो के अनुसार किया जाएगा। आखिर हमारा दोष है क्या क्या यह डिग्री बेकार है?  जब नौकरी नही देनी है तो इस डिग्री को वापस क्यों नही ले लेते?  बेरोजगारों ने बताया है कि हमे भरोसा है कि हमारी यह भर्ती जो कोर्ट के अनुसार उचित है सभी मानकों को पूरा करते हुए निकाली गई थी हर हाल में पूरी होगी। हमे देश के कानून नियम व संविधान और नेताओं पर पूर्ण विश्वास है।बेरोजगारों ने यूपी की 32022 बीपीएड अनुदेशक भर्ती को पूर्ण किये जाने की अपील सरकार से की है।




उमेश चंद्र तिवारी
9129813351
हिंदी संवाद न्यूज़ उत्तर प्रदेश

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