*विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून पर किया गया वृक्षारोपड़*
ऑल इंडिया पत्रकार हेल्पलाइन
 ग्रुप अध्यक्ष राजन सोनी *सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही एक पौधे में भी जल देना आवश्यक* 

*ऑल इंडिया में* कोरोना महामारी ने हम सबको ऑक्सीजन के महत्व और उसकी कीमत को भली-भांति न केवल परिचित कराया बल्कि उसकी उत्पत्ति के स्रोत मतलब पौधों की आवश्यकता पर भी सोचने को विवश कर दिया । हम सभी जानते हैं कि हमारा जीवन इस प्रकृति की गोद में पौधों के भरोसे ही सम्भव है।  इसके बावजूद स्वार्थी मानव ने अपने विकास को बढ़ावा देने के लिए कंक्रीट के जंगल बना दिए हैं । कई-कई मंजिला इमारत खड़ी करने वाले लोग अपने घर के चार सदस्यों की ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए चार गमलों में अस्थाई और शोपीस वाले छोटे छोटे पौधे लगा कर रख लेते हैं, जबकि जरूरत थी चार स्थाई पौधों की । ऐसे लोगों ने अपने घरों में कमरों की संख्या बढ़ा ली लेकिन पौधों की संख्या पर ध्यान नहीं दिया । लेकिन इस महामारी ने हम सबको ऑक्सीजन का वास्तविक मूल्य बता दिया कि प्रकृति द्वारा फ्री में मिलने वाली ऑक्सीजन के लिए एक सिलेंडर की कीमत कितनी होती है । इस महामारी की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी ने न जाने कितने घरों की जीवन ज्योति को बुझा दिया । प्रकृति का कहर जब आता है तब हमारी विकास की ऊंची अट्टालिका भी जमीन पर धराशाई हो जाती है, यह हम लोगों को उत्तरांचल में आई बाढ़ ने बखूबी बता दिया । यह प्रकृति हमें अपने रौद्र रूप का टेलर समय-समय पर दिखाती रहती है ।  कुछ लोग अपनी नफरत की ज्वाला को शान्ति प्रदान करने के लिए किसी और के द्वारा रोपित पौधों को काट देते हैं, तोड़ देते हैं या फिर उसको उखाड़ देते हैं । उन लोगों के लिए मेरी सलाह है कि कृपया ऐसा काम ना करें । ऑल इंडिया पत्रकार हेल्पलाइन का कहना है अब हम सब को जागरूक होना होगा, हमारी सभी सामाजिक संस्थाओं को भरसक प्रयास करना होगा कि अधिक से अधिक स्थाई पौधों को रोपित किया जाय । लोगों को आपस में मंहगे गिफ्ट देने के बजाय पौधों को भेंट करने की परंपरा शुरू करनी होगी । जन्म या जन्मदिन पर, शादी या विवाह के अवसर पर पौधों का ही गिफ्ट देना आरंभ करना होगा । हर अवसर पर पौधों को लगाना, उनकी देखरेख करना और उनको एक स्थायित्व प्रदान करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है और अपनी इस जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निर्वाहन करना होगा । अगर आपके आसपास कहीं पौधा लगा है और आपकी दृष्टि में उसमें पानी की कमी है तो उस पौधे में पानी अवश्य दे दें । नहाने के बाद सुबह-सुबह लोग सूर्य को अर्घ्य देते हैं, मेरा तो मानना है कि सूर्य को अर्घ्य देने के साथ-साथ एक लोटा जल समीप के पौधों को भी देना शुरू कर दें । हमारी एक छोटी पहल बहुत से लोगों की सोच को बदलने में सहायक सिद्ध होगी । अगर हर व्यक्ति अपनी सोच को इसी तरीके से सकारात्मक कर लेगा तो निश्चित ही हमारी प्रकृति हरी-भरी हो जाएगी और फिर अन्य बीमारियां भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगी। हमारे ऑल इंडिया पत्रकार हेल्पलाइन संगठन की तरफ से आज सुबह रोपण किया गया जिस में उपस्थित रहे *ग्रुप अध्यक्ष राजन ,चंद्रभान सिंह राठौड़ ,अब्दुल नासिर ,आशीष सिंह , विनोद कुमार वर्मा , मोहम्मद नासिर अली, कुसुम, ललिता, आशीष शर्मा, लव कुश वर्मा, रवि सोनी पहलाड गौतम एवं ऑल इंडिया पत्रकार हेल्पलाइन समस्त ग्रुप पदाधिकारी ने भी वृक्षारोपण किया पत्रकार हेल्पलाइन का दावा है उनका चैलेंज भी कि ऐसे ही हम जनहित कार्य करते रहेंगे और आल इंडिया के पत्रकार भाइयों की भी सहायता करते रहेंगे                                                          ऑल इंडिया पत्रकार हेल्पलाइन से जुड़ने के लिए सभी पत्रकार भाई संपर्क करें 7080126142

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