आत्मदाह करने वाली बलिया निवासी युवती के बाबा ने कहा कि उन्हें पौत्री की मौत की जानकारी नहीं है। कहा, उनकी पौत्री पर बहुत दबाव डाला गया, लेकिन वह पीछे नहीं हटी। माली हालत ठीक नहीं है, लेकिन उसकी लड़ाई से पीछे नहीं हटूंगा।

मऊ जिले के घोसी से बसपा सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती ने पिछले दिनों अपने मित्र के साथ सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह कर लिया था, उसकी मंगलवार को मौत हो गई। बलिया स्थित एक गांव के घर पर युवती के बाबा, दादी और उसकी बहन ही हैं। बाबा को पौत्री की मौत की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि उसे बड़े अरमानों से पाला था। सोचा न था कि ये दिन भी देखना पड़ेगा।बाबा ने बताया कि युवती के पिता का चार वर्ष पूर्व हार्टअटैक से निधन हो गया था। युवती ने गांव पर कक्षा आठ तक पढ़ाई की थी। इसके बाद वाराणसी में पढ़ाई की। बताया कि सांसद अतुल राय ने उनकी पौत्री को छात्र राजनीति में उतारा। चुनाव भी लड़वाया। उसी ने उसकी जिंदगी बर्बाद भी कर दी। पौत्री के झुलसने की सूचना मिलने के बाद से उसकी मां और भाई दिल्ली में हैं। उसके बाद दिल्ली से कोई सूचना नहीं आई। बाबा ने कहा कि दोनों के दिल्ली से आने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। कहा कि वह गरीबी से जरूर जूझ रहे हैं, लेकिन अतुल राय के खिलाफ मुकदमा लड़ने का पूरा प्रयास करेंगे। मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया गया, लेकिन उनकी पौत्री पीछे नहीं हटी। उधर, पास पड़ोस के लोग इस घटना पर मुंह खोलने को तैयार नहीं थे। सांसद अतुल राय के डर से कोई कुछ बोलने से कतरा रहा था।

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