डाफी स्थित घर में काम करने के लिए नाबालिग बच्ची की पिटाई की गई। घायल बच्ची को मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में भर्ती कराया गया। देर रात बच्ची को बीएचयू के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। बच्ची के पिता की तहरीर पर महिला के खिलाफ मारपीट सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित नाबालिग बच्ची की मां के अनुसार बेटी को डंडे और लोहे के रॉड से मारा पीटा गया।
रोहनिया थाना क्षेत्र की मूड़ादेव गांव की रहने वाले भगवानदास राजभर की पत्नी शकुंतला और लंका थाना अंतर्गत डाफी स्थित नैपुरा कला की रहने वाली सरिता पांडेय दोनों एक साथ ही डाफी स्थित निजी संस्था में काम करती थीं। शकुंतला ने अपनी 11 वर्षीय बेटी पायल को अच्छी पढ़ाई लिखाई के लिए सरिता के घर पर छोड़ दिया।पांच दिन पूर्व सरिता ने शकुंतला को फोन किया कि तुम्हारी बेटी सीढ़ी से गिरकर जख्मी हो गई है। शकुंतला जब सरिता के घर पहुंची तो पायल के बाएं पैर में चोट के निशान थे। महिला ने सोमवार को कैंट स्थित चाइल्डलाइन से किया। बच्ची के अनुसार सरिता पांडेय हमेशा मारती पीटती थी। डंडे और लोहे की राड पीटने के दौरान पैर में चोट लगी।
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