अधिकारियों की लापरवाही से 25129 वृद्धा अवस्था पेंशन लाभ पाने से हैं वंचित
गिरजा शंकर गुप्ता (ब्यूरो)
अम्बेडकरनगर। शासन लाख प्रयास कर ले लेकिन भ्रष्टाचार का दीमक पात्रों को समय से योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में बाधक बन ही जाता है। इसका एक प्रमाण वृद्धावस्था पेंशन ही है। भ्रष्टाचार का ही असर है कि 25 हजार से अधिक वृद्ध पात्रता के बावजूद शासन की पेंशन योजना का लाभ पाने से वंचित हैं।
जिले में वृद्धावस्था पेंशन के कुल 119234 पात्र चयनित है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में अभी केवल 94105 का ही सत्यापन हो पाया है। सत्यापन के बाद उन्हें वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो गया है। फिलहाल करीब 80 हजार लोगों को नियमित वृद्धावस्था का पेंशन मिल रहा है। करीब 14 हजार सत्यापित लोगों को अभी भी पेंशन मिलने का इंतजार है। दूसरी ओर 25129 पात्र वृद्धों को पेंशन का लाभ पाने के लिए अभी भटकना पड़ रहा है। कभी प्रधान की चौखट को नापना तो कभी विकास भवन में समाज कल्याण विभाग के कार्यालय का फेरा लगाने को मजबूर होना पड़ रहा हैं। सत्यापन कराकर पेंशन पाने का इंतजार है।
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