विंध्याचल (मिर्जापुर)। विंध्याचल मंदिर के पट बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में हर रोज सैकड़ों की संख्या में मंदिर पहुंच रहे भक्तों को निराशा हाथ लग रही है। कोरोना कर्फ्यू के दौरान प्रत्येक दिन मां विंध्यवासिनी दरबार में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। संक्रमण फैलने की आशंका के मद्देनजर मां विंध्यवासिनी का कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। पर इसकी जानकारी आम लोगों को नहीं दी गई है। ऐसे में मंदिर पहुंच रहे भक्तों को वापस लौटना पड़ रहा है। झांकी क्या मंदिर पर चढ़ने पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गयी है।
कोरोना काल में प्रतिदिन पहुंच रहे श्रद्धालु गंगा स्नान के पश्चात हांथो में नारियल, चुनरी व प्रसाद लिए मंदिर की ओर पहुंच रहे हैं। मंदिर की ओर पहुंचने वाले विभिन्न मार्गों पर कड़ी चौकसी के चलते श्रद्धालु दूर से ही माता का पताका दर्शन पूजन कर बैरंग वापस लौट रहे हैं। दर्शन-पूजन के चलते धाम की ओर जाने वाले अधिकांश गलियों में माला, फूल व प्रसाद की दुकानें खुली रहने से उनकी जीविका का सहारा बना हुआ है।
कोरोना काल में प्रतिदिन पहुंच रहे श्रद्धालु गंगा स्नान के पश्चात हांथो में नारियल, चुनरी व प्रसाद लिए मंदिर की ओर पहुंच रहे हैं। मंदिर की ओर पहुंचने वाले विभिन्न मार्गों पर कड़ी चौकसी के चलते श्रद्धालु दूर से ही माता का पताका दर्शन पूजन कर बैरंग वापस लौट रहे हैं। दर्शन-पूजन के चलते धाम की ओर जाने वाले अधिकांश गलियों में माला, फूल व प्रसाद की दुकानें खुली रहने से उनकी जीविका का सहारा बना हुआ है।
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