अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस उत्सव
के अवसर पर जनपद के चेहरी स्थित आईटीएम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दिन संस्थान के प्रथम वर्ष के समस्त छात्र-छात्रों ने पौध रोपण कर के उसकी देखभाल करने का संकल्प लिया। इस खास दिन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्राचार्य डॉ हरनारायण डे ने बताया कि
विश्व वानिकी दिवस का उद्देश्य लोगों को ऑक्सीजन देने वाले पेड़ पौधों के सरंक्षण के लिए जागरूक करना है। देशभर में आज के दिन यानि 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित हुए कहा कि हम सभी को हर वर्ष वृक्ष लगाने चाहिए और अपने आस पास हरियाली के लिए उचित प्रबंधन भी करना चाहिए। उन्होंने बताया कि वृक्ष न केवल हमे ऑक्सीजन देते है अपितु वर्षा और भू जल स्तर को बनाए रखने में भी सहायक होते हैं।आपको बता दें कि साल 1971 के दौरान यूरोपीय कृषि संगठन की 23वीं बैठक में पेड़ों और जंगलों की घटती संख्या को देखते हुए हर साल 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया था। उस दिन से लेकर आज तक विश्व वानिकी दिवस को दुनियाभर मे धूमधाम से मनाया जाता है।इसकी जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी श्री अवनीश कुमार मिश्र ने बताया कि इस अवसर पर संस्थान के सह प्राचार्य डा करीम ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि बीते कुछ समय से लोग अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं। जिसके कारण हम जलवायु परिवर्तन से लेकर ग्लोबल वार्मिंग जैसी परेशानियों का सामना करने पर मजबूर हो गए हैं। यदि यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहता है तो भविष्य में हमें ऑक्सीजन की कमी जैसी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में विश्व वानिकी दिवस का उद्देश्य लोगों को ऑक्सीजन देने वाले पेड़ों के प्रति जागरूक करना और पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
इस कार्यक्रम में संस्थान लाइज़िनिंग ऑफिसर डी के सिंह , डा सी बी पाटिल , डा अंबिका पाटिल,डा शमना, डा कीर्ति ,डा हिमांशु, डा अमलेंदु, डा एस एन सिंह, डा अरुणा , डा सुनीता, डा राघवेंद्र ,डा सक्सेना ,डा अनिशा, डा आशुतोष , एवं शिक्षकगण विशेष रूप से उपस्थित रहे।
उमेश चंद्र तिवारी
9129813351
हिंदी संवाद न्यूज़
उत्तर प्रदेश
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