कोरोना की तीसरी लहर के खतरों के बीच मौसमी बीमारियों ने कम उम्र बच्चों को तेजी से चपेट में लेना शुरू कर दिया है। इनमें फ्लू से संक्रमित 26 बच्चों का ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में इलाज चल रहा है। हालांकि इन बच्चों की कोरोना रिपोर्ट फिलहाल निगेटिव है। डायरिया, खांसी, जुकाम के साथ ही मलेरिया, निमोनिया, पीलिया जैसी मौसमी बीमारियों से पीड़ित बच्चों से बीएचयू के पीडियाट्रिक वार्ड और आईसीयू में अब जगह नहीं बची है। इनमें एक बच्चा डेंगू से भी संक्रमित है।बाल रोग विशेषज्ञों के अनुसार मौसम में उतार-चढ़ाव, गर्मी व उमस के बीच बच्चों की सेहत को लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। इस मौसम में डायरिया, निमोनिया, मलेरिया आदि का खतरा बढ़ जाता है।
सर सुंदरलाल अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग की इमरजेंसी में इन दिनों रोज 50-60 बच्चे पहुंच रहे हैं। 10 दिन पहले तक यह संख्या 25-30 के बीच थी। रोज औसतन पांच बच्चे डायरिया के चलते भर्ती हो रहे हैं। वार्ड में इस समय 26 बच्चे ऑक्सीजन पर हैं। पीडियाट्रिक की आईसीयू में आठ, एचडीयू में आठ बेड हैं। सभी फुल हैं। 10 अतिरिक्त बेड पर बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
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