गाजीपुर जिले की एक छात्रा ने घर छोड़ दिया। वाराणसी-अहमदाबाद एक्सप्रेस में बैठ गई। ट्रेन में बरेली के टीटीई को छात्रा रोते हुए मिली तो उसको बरेली जंक्शन पर उतारकर रेल चाइल्डलाइन के हवाले कर दिया गया। किशोरी के परिवार को बुलाया गया है जो सोमवार तक पहुंचेंगे।
गाजीपुर के चंदनी गांव की रहने वाली किशोरी दसवीं की छात्रा है। वाराणसी-अहमदाबाद (09408) एक्सप्रेस में इस किशोरी को टीटीई ने रोते हुए देखा था। टीटीई ने जब उससे टिकट मांगा तो वह रोने लगी। लावारिस किशोरी की सूचना रेलवे कंट्रोल को दी गई। बरेली में आरपीएफ और रेल चाइल्डलाइन ने किशोरी को जंक्शन पर उतार लिया। पूछताछ में किशोरी ने कहा कि परिवार वालों ने उसकी पढ़ाई छुड़वा दी है। वह अक्सर उसके साथ मारपीट करते हैं। टेस्ट में नंबर कम आने पर मारपीट की गई। भाई, मम्मी और पापा सभी लोगों से पीटते हैं। दो दिन पहले भी उसके साथ मारपीट की गई। घर छोड़कर वह चली आई। वाराणसी में अपनी सहेली के घर गई। वहां से अहमदाबाद वाली ट्रेन में सवार हो गई। चाइल्डलाइन की महिला कर्मचारियों ने किशोरी की काउंसलिंग की। इसके बाद परिवार वालों को सूचना दी गई। परिवार वालों का कहना है, छात्रा स्कूल जाने के नाम पर फोन पर दोस्तों के साथ बात करती थी। कई बार फोन पर भी बात करते हुए पकड़ा गया। हालांकि परिवार के लोग सोमवार को बरेली पहुंचेंगे।
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