सुल्तानपुर, 8 दिसंबर 2025 उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में साढ़ापुर गांव के 24 वर्षीय युवक अमन यादव की अपहरण के बाद बेरहमी से की गई हत्या ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। घटना के एक दिन बाद पुलिस ने फरार आरोपी दीपक यादव उर्फ राका को मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार कर लिया, जबकि लापरवाही के आरोप में चांदा थाने के कोतवाल दीपेंद्र विक्रम सिंह, एसआई चुन्नू लाल और तीन अन्य सिपाहियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह के निर्देश पर की गई, जो मामले की गहन जांच के बाद सामने आई।

घटना की पूरी कालक्रम: अपहरण से हत्या तक का खौफनाक सिलसिला

शनिवार रात करीब 8 बजे चांदा थाना क्षेत्र के साढ़ापुर गांव में अमन यादव अपनी बाइक पर चचेरे भाई को लाने जा रहे थे। तभी आर्टिगा कार सवार चार-पांच बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और जबरन कार में खींच लिया। पूरा अपहरण स्थानीय सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसमें बदमाशों को अमन को घसीटते हुए ले जाते दिखाया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बदमाशों ने अमन को पास के स्कूल मैदान में ले जाकर दौड़ा-दौड़ाकर बेरहमी से पीटा, जिससे जगह-जगह खून के धब्बे बिखर गए।

अपहरण की सूचना मिलते ही परिजनों ने चांदा थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन प्रारंभिक जांच में देरी के कारण पुलिस की टीमें रात भर अमन की तलाश में जुटी रहीं। रविवार सुबह प्रतापगढ़ जिले के इब्राहिमपुर घाट पर गोमती नदी में अमन का क्षत-विक्षत शव तैरता मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पिटाई से चोटें और दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई। पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 364 (अपहरण) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई: 3 आरोपी गिरफ्तार, राका को मुठभेड़ में पकड़ा

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से आरोपियों की शिनाख्त कर ली। रविवार सुबह मयंक यादव और शिवम यादव को गिरफ्तार किया गया, जबकि फरार राका को चांदा-प्रतापगढ़ बॉर्डर पर घेराबंदी के दौरान मुठभेड़ हुई। पुलिस के अनुसार, राका ने आत्मसमर्पण करने के बजाय गोलीबारी की, जिसके जवाब में उसके पैर में गोली लग गई। घायल आरोपी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। अब तक तीनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, बाकी फरारों की तलाश में छापेमारी जारी है।

पुलिस लापरवाही पर सख्ती: 5 कर्मियों पर गिरी गाज

मामले की गहन जांच में चांदा थाने की पुलिस पर गंभीर लापरवाही उजागर हुई। एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने बताया, "अपहरण की सूचना मिलने के बावजूद प्रारंभिक जांच में ढिलाई बरती गई, जिससे आरोपी फरार हो गए। इसलिए कोतवाल दीपेंद्र विक्रम सिंह, एसआई चुन्नू लाल, सिपाही शहंशाह, अनुराग और दिनेश को तुरंत निलंबित किया गया है। विभागीय जांच पूरी होने पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।" यह निलंबन जिले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है, जहां अपराधियों को पकड़ने में देरी से निर्दोषों को नुकसान पहुंचा।

परिवार का दर्द और इलाके में आक्रोश

अमन के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता रामप्रकाश यादव ने बताया, "मेरा बेटा निर्दोष था, पुरानी रंजिश के चलते उसे निशाना बनाया गया। हम न्याय चाहते हैं।" घटना के बाद साढ़ापुर गांव में ग्रामीणों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया, पुलिस ने आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। स्थानीय एसडीएम ने परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि और नौकरी का आश्वासन दिया है।

यह हत्याकांड सुल्तानपुर के ग्रामीण इलाकों में बढ़ते अपराध की पोल खोल रहा है। पुलिस ने सभी थानों को अलर्ट कर दिया है, ताकि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। आगे की जांच में जुटी ।

रिपोर्टर सौरभ यादव हिंदी संवाद न्यूज़ 



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