बलरामपुर: झांसी के ललितपुर जेल में निरुद्ध पूर्व सांसद रिज़वान ज़हीर ख़ान की मुश्किलें हैं कि कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पूर्व सांसद की ज़मानत के लिए जिन लोगों के प्रपत्र ज़मानतगीर के रूप में दाख़िल किए गए वह पते ग़लत पाए गए। पुलिस ने सत्यापन के आधार पर पूर्व सांसद को अनुचित लाभ पहुंचाने आदि आरोपों में पूर्व सांसद समेत तीन लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है। 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व सांसद की ज़मानत के लिए जिन ज़मानतगीरों के प्रपत्र न्यायालय में दाखिल किए गए थे ललिया थाने की पुलिस ने उन प्रपत्रों के सत्यापन जांच शुरू की। जानकारी के अनुसार रोज़ अली निवासी ग्राम परसिया गोंसाई थाना लालिया जनपद बलरामपुर और मोहर्रम अली ग्राम परसिया गोसाईं थाना लालिया ने जेल में निरुद्ध पूर्व सांसद रिज़वान ज़हीर को ज़मानत दिलाने के लिए 28 नवंबर 2025 को अपने ज़मानत हेतु प्रपत्र के साथ शपथ पत्र भी न्यायालय में प्रस्तुत किए। जब न्यायालय के आदेश पर ज़मानतगीरों के प्रपत्र, सत्यापन जांच की गई तो पाया गया कि दोनों ज़मानतगीर के पते ग़लत हैं और वह ग्राम लालपुर विशुनपुर में नहीं रहते हैं। ग्राम प्रधान ने भी प्रमाण पत्र देकर इसकी पुष्टि की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच में यह भी सामने आया है कि जेल में निरुद्ध रिज़वान ज़हीर ने जानबूझ कर फ़र्ज़ी पते वाले ज़मानतगीरों के प्रपत्र न्यायालय में ज़मानत के लिए प्रस्तुत किए ताकि फ़र्ज़ी प्रपत्रों के द्वारा उन्हें ज़मानत मिल सके। अब इस मामले में पुलिस ने रिज़वान ज़हीर ख़ान, रोज़ अली और मोहर्रम अली के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

             हिन्दी संवाद न्यूज से
              रिपोर्टर वी. संघर्ष
                बलरामपुर। 

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