पड़ोसी गाँवों को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण न होने से वर्षा होते ही ग्राम पंचायत नेवादा की पाँच हजार की आबादी पड़ोसी गाँवों सहित बाहरी दुनिया से कटकर रह जाती है ।
विकास खण्ड रेहरा बाज़ार के ग्राम पंचायत नेवादा के मजरे कोड़री से गुलरिहवा करबला तक कोड़री से गोपलापुर पक्की सड़क तक, नेवादा खास से फत्तेपुर पक्की मुख्य मार्ग तक, नेवादा से खरिका मासूमपुर, पतकरपुर जाने वाली सड़कें कच्ची हैं वर्षा होने से सड़क पर कीचड़ व जलभराव के कारण आवागमन बाधित है अब्दुल खालिक, अब्दुल मन्नान, नसीबुल्लाह, अब्दुल कलाम, रव्वाब अली, अब्दुल्लाह, शहंशाह, अब्दुल कयूम, बदरे आलम, अब्दुल हमीद ,अनीसुर्रहमान, फैजानुल्लाह, नियामत, इम्तियाज अहमद, शफीक अहमद, आदि ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के सत्तर साल बाद भी नेवादा के ग्रामीणों की समुचित पहुँच पड़ोसी गाँवों तक नहीं हो पाई है पड़ोसी गाँवों को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण न होने नेवादा के ग्रामीण विकास की मुख्य धारा से कटकर रह गए हैं वर्षा के दिनों में नेवादा के ग्रामीणों गाँव में कैद होकर रह जाते हैं नेवादा के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी बलरामपुर से पी डब्लू रोड गोपलापुर पक्की सडक से कोड़री होते हुए किमी
नेवादा पक्की सड़क तक 2 किमी
नैवादा पक्की सड़क से कोड़री स्कूल होते हुए गुलरिहवा करबला तक डेढ़ किमी,नेवादा लायकडीह से फतेहपुर पक्की सड़क तक 2 किमी नेवादा पश्चिम डीह से खरीका मासूमपुर पक्की सड़क तक एक किमी नेवादा पोखरा से पतकरपुर तक पांच सौ मीटर आदि सड़कों के पक्का निर्माण की मांग की है
असगर अली
उटरौला
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