कोविड-19 की प्रकोप से आम आदमी ही नहीं वीआईपी ट्रीटमेंट वालों के लिए भी बना काल
गिरजा शंकर गुप्ता
अम्बेडकरनगर 1 मई 2021। कोरोना सभी के लिए कॉल बन चुका है। आम हो या खास सभी को मौत की नींद सुला रहा है। वीआईपी ट्रीटमेंट वाले भी अगर कोरोना वायरस की चपेट आ जा रहे हैं तो नहीं बच पा रहे हैं। ऐसे में सभी को अपनी जान बचाने के लिए वह सभी उपाय करना चाहिए जिससे वे वायरस की चपेट में ही न आ सकें। अगर आ भी जाएं तो इलाज से ठीक हो जाएं। इसके लिए मामूली लक्षण दिखने पर जांच कराने और इलाज शुरू करने में देरी नहीं करनी चाहिए।
इसकी बानगी जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन के पिता हैं, जिनमें बीते 21 अप्रैल को संक्रमण मिला था और वीआईपी ट्रीटमेंट के बाद भी शुक्रवार के भोर में उनकी मौत हो गई। हालांकि वह अरसे से बीमार भी थे। उनका पहले से ही इलाज चल रहा था। डीएम के पिता की मौत से जिले के प्रशासनिक हल्के में शोक है। एयर एंबुलेंस से जिलाधिकारी के पिता के शव को चेन्नई ले जाने की तैयारी की जा रही है। अंतिम संस्कार चेन्नई में होगा। वहीं नगर के सुमन सर्जिकल के प्रोपाइटर जैतूपुर थाना महरुआ निवासी 36 साल के रणविजय सिंह का निधन कोरोना वायरस के संक्रमण से हुआ। उनकी भी जिला अस्पताल में हुई। वहीं इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के कलेसर निवासी देवानन्द मिश्र (40) पुत्र शिव कुमार मिश्र ने भी जिला अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। दूसरी ओर आलापुर थाने के ग्राम ठट्टापुर निवासी व उच्च प्राथमिक विद्यालय हरिहरपुर के सहायक अध्यापक नन्दलाल गौतम की कोरोना संक्रमण से शुक्रवार की सुबह मौत हो गई। वहीं सरस्वती शिशु मन्दिर शास्त्रीनगर के आचार्य और नगर के ऊंचेगांव निवासी आचार्य शिव प्रसाद मिश्र के एकलौते युवा पुत्र अंशुमान मिश्र की भी कोरोना संक्रमण से शुक्रवार को निधन हो गया।
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