*अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अमानीगंज।* 

 *तीस वर्षो में भी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज को नहीं मिला अपना भवन।* 

अमानीगंज।
मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के अमानीगंज ब्लॉक में बालिका शिक्षा की अलख जगाने के लिए राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की स्थापना तो की गई लेकिन स्थापना के 30 वर्ष बाद भी इस कॉलेज को अपना भवन तक नसीब नहीं हो सका। जो विकास कार्यों की हकीकत दर्शाता है। विद्यालय मूलभूत आवश्यकताओं से कोसों दूर है। वर्ष 1992 से 2016 तक यह विद्यालय महात्मा गांधी इण्टर कालेज अमानीगंज के प्रबंधक व प्रधानचार्य की अनुकंपा पर मात्र 2 कमरों में संचालित हुआ। कॉलेज भूमि का निर्धारण अमानीगंज कस्बे से 8 किलोमीटर दूर रायपट्टी ग्राम सभा में हुआ। जहां अभी तक विद्यालय का भवन अर्धनिर्मित अवस्था में है। जिले के आला अधिकारियों के संज्ञान में भी होते हुए विद्यालय भवन की दुर्दशा है। 

इस विद्यालय में अध्यापक तो है लेकिन छात्राओ के लिए बुनियादी सुविधाएं नहीं है। पेयजल, वाचनालय, आदि मूलभूत सुविधाएं नही है। इस विद्यालय में क्षेत्र की गरीब घरों की बालिकाएं शिक्षा पाती हैं। कक्षा 9 से 12 तक लगभग 50 छात्राएं शिक्षा पा रही है। यहां की छात्राओं को दूर दराज इलाको में बोर्ड परीक्षा देने जाना पड़ता है। शिक्षा विभाग की लापरवाही का नतीजा इन मासूमो को भुगतना पड़ रहा है।
    20 वर्षों की जद्दोजहद के बाद 2009-10 मे विद्यालय के निर्माण के लिए शासन से एक करोड़ 96 लाख 57 हजार रुपए अवमुक्त किया गया और कार्यदाई संस्था सीएनडीएस यूनिट 44 को निर्माण कार्य हेतु चयनित किया गया। कार्यदाई संस्था सीएनडीएस द्वारा अवमुक्त धन की निकासी कर ली गई और विद्यालय का निर्माण ही नहीं किया गया। जब इस मामले में विभागीय जांच शुरू हुई तो कार्यदाई संस्था ने विद्यालय की नींव स्तर का काम करा कर फिर छोड़ दिया। और 11 वर्ष बाद भी विद्यालय के निर्माण का कार्य अधर में लटका हुआ है। 

 *जिम्मेदारों की भी सुनिए* 

 *राजकीय बालिका इण्टर कालेज अमानीगंज की प्रभारी प्रधानाचार्या श्यामपरी वर्मा* ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के 6 अतिरिक्त कक्षो में किसी तरह बच्चो को शिक्षा दी जा रही है। उक्त भवन भी गुणवत्ता विहीन है कई बार छत के कुड़ो के टूटने से गिरे पंखो से दुर्घटना होते होते बची है। गेट न होने से छुट्टा पशुओ से भी खतरे की संभावना बनी रहती है। किन्तु जैसा विभाग के अधिकारियों द्वारा व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है उसी व्यवस्था में हम कार्य कर रहे हैं। 

 *जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार* का कहना है कि धन का आवंटन किया गया था। किंतु ठेकेदार ने भवन का निर्माण अधूरा ही छोड़ दिया कार्यदाई संस्था के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है आरसी जारी किए जाने की प्रक्रिया प्रचलित है।

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