बलरामपुर- ग्राम सभा अलाउद्दीनपुर में कोटेदार रामपता के निधन (29 मई 2024) के बाद राशन कोटे के आवंटन को लेकर गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं। मृतक कोटेदार की तेरहवीं के उपरांत उनके पुत्र राहुल ने नियमानुसार मृतक आश्रित के रूप में कोटे के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था, लेकिन स्थानीय स्तर पर कथित मिलीभगत के चलते उसे न्याय नहीं मिल सका।
आरोप है कि ग्राम प्रधान अहमद एवं सप्लाई इंस्पेक्टर मनमंत लाल गुप्ता ने तथ्यों को गुमराह कर प्रधान के भतीजे अकमल के पक्ष में कोटे का प्रस्ताव पारित करा दिया। इस संबंध में विधायक राम प्रताप वर्मा के अनुरोध पर तत्कालीन जिलाधिकारी पवन अग्रवाल द्वारा मामले की जांच अपर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार से कराई गई।
जांच में एडीएम द्वारा प्रधान,बीडीओ तथा सप्लाई इंस्पेक्टर पर एफआईआर कराने की संस्तुति की बात सामने आई। साथ ही स्पष्ट आदेश हुआ कि मृतक आश्रित को कोटा आवंटित किया जाए। जांच के दौरान परिवारजनों के बयान दर्ज किए गए,सभी आवश्यक कागजात संकलित किए गए। लेखपाल द्वारा पोर्टल पर जांच में यह भी पाया गया कि राहुल कोटेदार सूची में पात्र (सो/शो कर रहा था) के रूप में दर्ज है।
इसके बावजूद आरोप है कि सप्लाई इंस्पेक्टर मनमंत लाल गुप्ता ने ग्राम प्रधान अहमद से कथित तौर पर बड़ी धनराशि लेकर मामले को जानबूझकर लंबित कर रखा है और रोज़ नए-नए बहाने बनाकर फाइल आगे नहीं बढ़ा रहे हैं। इससे मृतक आश्रित राहुल को लगातार मानसिक व आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पीड़ित पक्ष ने प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई,लंबित प्रक्रिया का शीघ्र निस्तारण तथा मृतक आश्रित राहुल को नियमानुसार राशन कोटे का आवंटन सुनिश्चित कराने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो यह मामला प्रशासनिक पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करेगा।
— प्रशासन से निष्पक्ष जांच व शीघ्र निर्णय की अपेक्षा
हिन्दी संवाद न्यूज से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
बलरामपुर।
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