भूमि विवाद में पुलिस की लापरवाही पड़ी भारी, दबंगों ने पीड़ित के घर को लगाई आग
कानून व्यवस्था पर उठे गंभीर सवाल, पीड़ित का सब कुछ जलकर खाक
गोण्डा। जिले के कटरा बाजार थाना क्षेत्र के वीरपुर (नंदापुरवा) में भूमि विवाद के मामले में पुलिस की कथित लापरवाही एक गरीब परिवार पर भारी पड़ गई। आरोप है कि लंबे समय से चल रहे विवाद में समय रहते कार्रवाई न होने का फायदा उठाकर दबंगों ने रविवार देर रात पीड़ित के घर में आग लगा दी। देखते ही देखते झोपड़ी सहित घर का पूरा सामान जलकर खाक हो गया। पीड़ित परिवार अब खुले आसमान के नीचे आ गया है।
पीड़ित ने कहा — शनिवार को एसपी से लगाई थी न्याय की गुहार व उच्चाधिकारियों को कई बार दी थी शिकायत, लेकिन पुलिस ने नहीं की निष्पक्ष कार्रवाई
पीड़ित पीड़ित उमेश प्रसाद पुत्र गजराज का कहना है कि भूमि विवाद को लेकर उसने शनिवार को पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल से भी न्याय की गुहार लगाई थी,इसके अलावा वह कई बार थाने और पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा चुका था। लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस की इस ढिलाई ने दबंगों के हौसले इतने बुलंद कर दिए कि उन्होंने खुलेआम घर में आग लगा दी और मौके से फरार हो गए। दबंगों के आतंक से त्रस्त पीड़ित उमेश व उसका परिवार पलायन करने को मजबूर हैं।
कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल, पुलिस पर संरक्षण देने के आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में लंबे समय से दबंगों का आतंक है और पुलिस की निष्क्रियता के चलते उनके हौसले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ पुलिसकर्मी जानबूझकर मामले में कार्रवाई नहीं करते, जिससे अपराधियों को संरक्षण मिलता है। आगजनी की घटना के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है और लोग पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस, जांच शुरू— लेकिन पुलिस की विश्वसनीयता पर संदेह
घटना की सूचना के बाद कटरा बाजार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और क्षेत्र का निरीक्षण किया। पुलिस का कहना है कि आगजनी की जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि ग्रामीणों और पीड़ित परिवार को पुलिस की कार्रवाई पर अब भी संदेह बना हुआ है। उनका कहना है कि अगर पहले समय पर कदम उठाए जाते, तो आज यह भयावह घटना न होती।
पीड़ित परिवार मदद की लगा रहा गुहार
पीड़ित परिवार का सबकुछ जल जाने के कारण भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। परिवार शासन-प्रशासन से मदद की मांग कर रहा है, ताकि वह दोबारा घर खड़ा कर सके और अपने बच्चों को सुरक्षित जगह दे सके।
थाने की जिम्मेदारों की निरंकुश कार्यशैली और क्षेत्र में बढ़ते अपराध व दबंगों के हौंसले बुलंद होने से क्षेत्र वासियों में काफी आक्रोश है और लोगों का पुलिस प्रशासन से भरोसा उठ रहा है।


एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know