मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में ‘विकसित यू0पी0@2047’ संवाद श्रृंखला के अर्न्तगत
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्षों, क्षेत्र पंचायत
अध्यक्षों, जिला पंचायत सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ संवाद किया

क्यू0आर0 कोड और समर्थ पोर्टल के माध्यम से सुझाव साझा
करने की प्रक्रिया से पंचायत प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया

आत्मनिर्भर पंचायतें ही विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश-2047
की परिकल्पना को साकार कर सकतीं : मुख्यमंत्री

पंचायतें अपनी वार्षिक कार्ययोजना में विकास के मॉडल को
बढ़ावा दें और लोककल्याण के साथ आय बढाने को प्राथमिकता दें

पंचायतों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से विकास के नए मॉडल
तैयार होंगे, यही आत्मनिर्भरता व सुशासन का आधार बनेगा

‘विकसित यू0पी0@2047’ को जन आन्दोलन एवं
जनभागीदारी का कार्यक्रम बनाया जाए

उ0प्र0 ने वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र की परिकल्पना हेतु
स्पष्ट रोडमैप तैयार किया, 03 थीम तथा 12 सेक्टर चिन्हित किए

सभी पंचायत प्रतिनिधियों को पत्र, बुकलेट और लीफलेट भेजे गए,
जिनमें विशेष क्यू0आर0 कोड व पोर्टल की जानकारी उपलब्ध,
इसके माध्यम से आमजन अपने सुझाव साझा कर सकते

पंचायत प्रतिनिधि इस पत्र को बैठकों में पढ़ें, जनता को
अभियान से जोड़ें और गाँव-गाँव, वार्ड-वार्ड तक संदेश पहुँचाएँ

अब तक 12 लाख से अधिक लोग अपने सुझाव साझा कर चुके, प्रत्येक
जनपद से तीन और प्रदेश स्तर पर पाँच सर्वश्रेष्ठ सुझावों को पुरस्कृत किया जाएगा

लखनऊ : 28 सितम्बर, 2025

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में ‘विकसित यू0पी0@2047’ संवाद श्रृंखला के अर्न्तगत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्षों, क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों, जिला पंचायत सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर पंचायतें ही विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश-2047 की परिकल्पना को साकार कर सकती हैं। पंचायतें अपनी वार्षिक कार्ययोजना में विकास के मॉडल को बढ़ावा दें और लोककल्याण के साथ आय बढाने को प्राथमिकता दें। पंचायतों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से विकास के नए मॉडल तैयार होंगे। यही आत्मनिर्भरता व सुशासन का आधार बनेगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान विकसित भारत अभियान से सम्बन्धित एक वीडियो फिल्म प्रदर्शित की गई तथा क्यू0आर0 कोड और समर्थ पोर्टल के माध्यम से सुझाव साझा करने की प्रक्रिया से पंचायत प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘विकसित यू0पी0@2047’ को जन आन्दोलन एवं जनभागीदारी का कार्यक्रम बनाना है। उत्तर प्रदेश के विकास का रास्ता ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतां और जिला पंचायतां से होकर आता है। सभी को मिलकर प्रयास करना होगा, प्रयास करने पर ही परिणाम आयेगा और परिणाम देने के लिये स्वयं नेतृत्व करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी जिला और क्षेत्र पंचायतों में ‘विकसित उत्तर प्रदेश@2047’ विषय पर संगोष्ठियाँ आयोजित की जाएँ। यह संवाद हर ग्राम, हर ब्लॉक और हर जनपद की आत्मनिर्भरता व सुशासन का प्रतीक बनेगा, तब उत्तर प्रदेश विकसित भारत-2047 का पथ प्रदर्शक राज्य बनेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। बीते साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश ने ऐतिहासिक प्रगति दर्ज की है। प्रदेश की जी0एस0डी0पी0 13 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 35 लाख करोड़ रुपये हो गयी है। प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 52 हजार रुपये से बढ़कर 01 लाख 20 हजार रुपये तक पहुँची है। 45 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इनमें से 15 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर कार्य चल रहा है, जिससे 60 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है। महिला कार्यबल भागीदारी 13 प्रतिशत से बढ़कर 34 प्रतिशत हो गयी है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के माध्यम से 90 हजार से अधिक युवा स्वरोजगार से जुड़े हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ दर्ज हुई हैं। उत्तर प्रदेश में सड़क, रेल व एयर कनेक्टिविटी विकसित है। पहला इनलैन्ड वाटर-वे तथा देश का पहला रैपिड रेल भी उत्तर प्रदेश में है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र की परिकल्पना हेतु स्पष्ट रोडमैप तैयार किया है। तीन थीम तथा 12 सेक्टर चिन्हित किए गए हैं। उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा गया है। विकसित उत्तर प्रदेश-2047 विषय पर विधानमण्डल के मानसून सत्र में
28 घण्टे की विशेष चर्चा की गई थी। विकसित उत्तर प्रदेश-2047 की सफलता में पंचायतों की भागीदारी सर्वोपरि है। इसी क्रम में सभी पंचायत प्रतिनिधियों को पत्र, बुकलेट और लीफलेट भेजे गए हैं, जिनमें विशेष क्यू0आर0 कोड व पोर्टल की जानकारी उपलब्ध हैं। इसके माध्यम से आमजन अपने सुझाव साझा कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने प्रतिनिधियों से कहा कि वे इस पत्र को बैठकों में पढ़ें, जनता को अभियान से जोड़ें और गाँव-गाँव, वार्ड-वार्ड तक संदेश पहुँचाएँ। अब तक 12 लाख से अधिक लोग अपने सुझाव साझा कर चुके हैं। प्रत्येक जनपद से तीन और प्रदेश स्तर पर पाँच सर्वश्रेष्ठ सुझावों को पुरस्कृत किया जाएगा।
  इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने अमरोहा जनपद के धनौरा ब्लॉक की प्रमुख सुश्री आशा चन्द्रा, एटा जनपद से शीतलपुर के ब्लॉक प्रमुख श्री पुष्पेन्द्र लोधी, कानपुर देहात के सरवनखेड़ा की ब्लॉक प्रमुख सुश्री उर्वशी सिंह, सोनभद्र के चोपन की ब्लॉक प्रमुख सुश्री लीला देवी, आजमगढ़ के अजमतगढ़ की ब्लॉक प्रमुख सुश्री अलका मिश्रा, वाराणसी के काशी विद्यापीठ की ब्लॉक प्रमुख सुश्री रेनू पटेल, पीलीभीत जिला पंचायत अध्यक्ष श्री दलजीत सिंह, मेरठ के जिला पंचायत अध्यक्ष श्री गौरव चौधरी, प्रयागराज के जिला पंचायत अध्यक्ष श्री विजय कुमार सिंह से वार्ता करके विकास कार्यों और नवाचार आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी पंचायत प्रतिनिधि विकास कार्यां के माध्यम से अपने जिला/क्षेत्र पंचायत को आत्मनिर्भर बनाते हुए मॉडल प्रस्तुत करें।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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