उतरौला बलरामपुर- आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन उतरौला के रायल हेरिटेज होटल में किया गया।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार राकेश सचान तथा विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय मंत्री अवध क्षेत्र कैप्टन विकास सिंह सम्मिलित हुए। बैठक में प्रमुख रूप से भाजपा जिलाध्यक्ष रवि कुमार मिश्रा, निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह विधायक उतरौला राम प्रताप वर्मा, सदर विधायक पल्टूराम, विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ला, अध्यक्ष जिला पंचायत आरती तिवारी, नगर पालिका अध्य्क्ष बलरामपुर डॉ धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू, नगर पालिका अध्य्क्ष प्रतिनिधि उतरौला अनूप चंद्र गुप्ता, ब्लॉक प्रमुख राकेश तिवारी, मनोज तिवारी, महिपाल  चौधरी, गोविन्द सोनकर, हेमंत जायसवाल, प्रतिनिधि जिला पंचायत श्याम मनोहर तिवारी, उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने संगोष्ठी से पूर्व पत्रकारों से वार्ता की तत्पश्चात् एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत नीम का वृक्ष रोपित किया। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 25 जून 1975 का दिन भारत के लोकतंत्र का सबसे शर्मनाक और काला दिन है जब देश में इमरजेंसी लगाई गई । देश इसे कभी नहीं भूलेगा। जो लोग संविधान हाथ में लेकर देश में घूम रहे हैं उनकी ही पार्टी और प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने संविधान का गला घोटने का कार्य किया था।  इंदिरा गाँधी को सुप्रीम कोर्ट ने पद धारण के अयोग्य ठहरा दिया था सत्ता और पद बचाने के लिए लाखों लोगों को बिना कारण जेल में बंद कर दिया गया था, मीडिया, समाचार पत्र, टेलीविजन, रेडियो सहित तमाम संचार के माध्यम पर प्रतिबंध लगाने का कार्य किया गया। सरकार के खिलाफ उठी हर आवाज को दबाने का कार्य किया गया आज पार्टी के पदाधिकारियों को कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर उस समय कांग्रेस के द्वारा किये गए अत्याचार को बताने का कार्य करना चाहिए और कांग्रेस से सवाल करना चाहिए। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने उस समय यातना सही उन्हें सम्मान देने का कार्य सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ने किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन सभी लोगों से और उनके परिजनों से उस समय की घटना को सभी से साझा करने का आवाहन भी किया है। विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय मंत्री अवध क्षेत्र विकास सिंह ने कहा कि आपातकाल के पचास वर्ष पूरे हो गये इसे कोई भारतीय कभी नहीं भूल पायेगा। लोकतंत्र की रक्षा के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने 21 महीनों तक आर पार की लड़ाई लड़ी जिसमें कांग्रेस को हार माननी पड़ी। आज युवाओं को कांग्रेस के काले कारनामे बताने की जरूरत है युवाओं को कांग्रेस की नियत से परिचित होने की जरूरत है। संगोष्ठी में लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित भी किया गया।

         हिन्दी संवाद न्यूज से
           रिपोर्टर वी. संघर्ष
             बलरामपुर। 

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने