राजकुमार गुप्ता
मथुरा।कोसीकलां में प्रह्लाद नगरी के नाम से अलंकृत गांव फालैन में दहकती होलिका के अंगारों से निकलने के लिए एक बार फिर मोनू पंडा ने एक माह का तप धारण कर लिया। निर्धारित समय तक वह मंदिर में रहकर पूजा पाठ करेगा और 25 मार्च की सुबह जलती होलिका से निकलेगा। इस कारनामे को मोनू पंडा इस बार पांचवीं बार करेगा। शेरगढ़ रोड स्थित गांव फालैन में प्राचीन परंपरा के अनुसार भक्त प्रह्लाद सरीखी भक्ति में शक्ति का परिचय कराने वाला दो दिवसीय पंडा मेला होगा। शनिवार को प्रह्लाद मंदिर में इसके लिए पंचायत द्वारा चयनित मोनू पंडा एक बार फिर एक माह के तप पर बैठने के लिए पहुंचा। बैंडबाजों के साथ नाचते-गाते ग्रामीण मोनू पंडा के साथ गांव की परिक्रमा करने निकल पड़े। रंग-गुलाल और अबीर की बौछार के बीच होली के पद गायन पर महिला-पुरुष जमकर थिरके। मंदिर पर पहुंचकर मोनू पंडा ने एक माह के तप एवं व्रत को धारण किया। मेला आचार्य भगवान सहाय पंडित ने विधिवत तरीके से प्रह्लाद कुंड किनारे होलिका स्थल की पूजा-अर्चना कराई। जिसके बाद से मोनू पंडा ने घर का त्याग कर व्रत के सभी कठोर नियमों को धारण कर लिया। पंडित भगवान सहाय ने बताया कि मोनू पंडा इस बार पांचवीं बार धधकती होलिका से होकर गुजरेगा। बताया कि यहां ठीक वैसा ही दृश्य बनता है जब भक्त प्रह्लाद को बचाने के लिए खंभे को फाड़कर नृसिंह भगवान प्रकट होते हैं। यहां भी धधकती होलिका से मोनू पंडा 25 मार्च की सुबह चार बजे नंगे पैर निकल कर भक्ति में शक्ति को साकार करेगा। परिक्रमा के दौरान जग्गी पंडा, रामहरी, करतार सिंह, जिले सिंह, सत्तन, भूरा पंडित आदि उपस्थित थे।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने