संयुक्त राष्ट्र संघ में अपनी आवाज बुलन्द की सी.एम.एस. छात्रा ने
लखनऊ, 26 दिसम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजाजीपुरम प्रथम कैम्पस की छात्रा आयुषी शुक्ला ने अभी हाल ही में न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अल्पसंख्यकों पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र के 16वें सेशन को संबोधित कर देश का गौरव सारे विश्व में बढ़ाया है। सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी व सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने आयुषी के उज्जवल भविष्य की कामना की है। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र में आयुषी का यह पहला अभिभाषण था, जिसमें उन्होंने विभिन्न देशों के अल्पसंख्यकों के साथ समान व्यवहार और समान न्याय पर सारगर्भित व
समाधानप्रेरक उद्बोधन दिया। अपने अभिभाषण में आयुषी ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप उन सभी विषयों को उठाया जो राजनीतिक प्रणालियों में अल्पसंख्यकों को समान स्थान प्रदान करने का आह्वान करता है। संयुक्त राष्ट्र में अभिभाषण देकर आयुषी ने स्वयं को महिला सशक्तीकरण के प्रेरक उद्धरण के रूप में साबित किया है।
श्री शर्मा ने बताया कि आयुषी सी.एम.एस. की अत्यन्त प्रतिभाशाली छात्रा रही है एवं विद्यालय द्वारा आयोजित विभिन्न सामाजिक जागरूकता के कार्यक्रमों एवं अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक समारोहोे में बढ़चढ़कर प्रतिभाग करती रही है। अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त करने में उनकी खास रूचि रही है। सी.एम.एस. द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन में आयुषी के विचारों से प्रभावित होकर इण्टरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट, हेग, नीदरलैण्ड के सेकेण्ड वाइस प्रेसीडेन्ट न्यायमूर्ति एंटोनी केसिया एमबी मिंडुआ ने आयुषी को प्रशंसापत्र लिखते हुए इण्टरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में इंटर्नशिप हेतु आमन्त्रित किया। सी.एम.एस. में पढ़ाई के दौरान ही आयुषी ने जेनेवा स्कूल आॅफ डिप्लोमेसी एण्ड इन्टरनेशनल रिलेशन्स में उच्चशिक्षा हेतु 100 प्रतिशत स्काॅलरशिप अर्जित की। वर्तमान में आयुषी जेनेवा इण्टरनेशनल सेंटर फाॅर जस्टिस के साथ कार्य कर रही हैं। श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. अपने छात्रों को विश्वव्यापी दृष्टिकोण प्रदान करने का भरसक प्रयास कर रहा है। सी.एम.एस. का लक्ष्य बच्चों को वल्र्ड लीडर के रूप में तैयार करने वाली शिक्षा उपलब्ध कराना है, ताकि वे कल के विश्वव्यापी समाज का नेतृत्व अपने विकसित मानवीय दृष्टिकोण से कर सकें। इन्हीं प्रयासों की बदौलत सी.एम.एस. छात्र विभिन्न राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर दिन-प्रतिदिन लखनऊ का नाम रोशन कर रहे हैं।

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