जौनपुर। स्व यमुना प्रसाद गुप्त के सपनों को साकार करना ही सच्ची श्रद्धांजलि- राजीव कुमार गुप्ता


हिन्दू इंटर कॉलेज के संस्थापक व आजीवन प्रबंधक रहे स्व यमुना प्रसाद गुप्त की 124वां जन्मदिन मनाया गया


मुंगराबादशाहपुर,जौनपुर। मदन मोहन मालवीय की तरह क्षेत्रवासियों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाने वाले हिन्दू इंटर कॉलेज के संस्थापक स्व यमुना प्रसाद गुप्त के सपनों को साकार करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी और इसके लिए हम सबको एकजुटता के साथ आगे आना होगा,तभी यह सम्भव हो पाएगा। 


उक्त बातें बुधवार को क्षेत्र के मदन मोहन मालवीय कहे जाने वाले हिन्दू इंटर कॉलेज के संस्थापक व आजीवन प्रबंधक रहे स्व यमुना प्रसाद गुप्त के 124वें जन्मदिन के अवसर पर कॉलेज में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में विश्व हिन्दू परिषद के जिला सत्संग प्रमुख राजीव कुमार गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा कि जिस विषम परिस्थितियों में ब्रिटिश शासन के दौरान कॉलेज की स्थापना करना किसी चुनौती से कम नहीं था।उन्होंने कॉल मदन मोहन मालवीय की तरह क्षेत्रवासियों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाने वाले हिन्दू इंटर कॉलेज के संस्थापक स्व यमुना प्रसाद गुप्त के सपनों को साकार करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी और इसके लिए हम सबको एकजुटता के साथ आगे आना होगा,तभी यह सम्भव हो पाएगा। 


इससे पूर्व कॉलेज संस्थापक के पौत्र व वरिष्ठ पत्रकार बृजेश कुमार गुप्त ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात क्षेत्र से आए हुए अतिथियों व लोगों ने भी अपनी पुष्पांजलि अर्पित की। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि शिक्षक नेता सालिक राम पटेल ने कहा कि संस्थापक यमुना प्रसाद गुप्त क्षेत्र के मदनमोहन मालवीय थे। वह समाज के साथ शिक्षा के क्षेत्र में एक आदर्श थे। उनके पदचिन्हों पर चलना ही  उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। भाजपा मंडल महिला मोर्चा अध्यक्ष नीलम गुप्ता ने कहा कि पच्चीस साल की उम्र में विद्यालय की स्थापना तो दरकिनार रहा सोचना ही बहुत बड़ी बात है। संस्थापक की सोच को विस्तार करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 


लक्ष्मी बाई बिग्रेड के अध्यक्ष मंजीत कौर ने  अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि बिट्रिश हुकूमत के समय के इस विद्यालय कारण अपेक्षित विकास नहीं हो सका जितना बाद के शिक्षण संस्थानों का तेजी से विकास हुआ है लेकिन इस विद्यालय का विकास न होना समाज के लिए बड़ी चुनौती है। राजबहादुर चौरसिया ने कहा कि विद्यालय के संस्थापक यमुना प्रसाद गुप्त उस समय में अगर चाहते तो जो धन विद्यालय के निर्माण में लगाकर उससे व्यापार भी बढ़ा सकते थे,लेकिन उनकी सोच ऊंची थी इसलिए उन्होंने बिना किसी स्वार्थ के विद्यालय की स्थापना की। सपा उमाशंकर चौरसिया ने कहा कि ऐसे कम लोग दुनिया में पैदा होते है जो मरने के बाद भी एक तारिख बन कर चले जाते हैं। इस कोटि में संस्थापक यमुना प्रसाद गुप्त आते हैं। 


कार्यक्रम की अध्यक्षता अवकाश प्राप्त शिक्षक रमाशंकर शुक्ला व संचालन सीता राम पटेल व संदीप शर्मा ने किया। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने विद्यालय परिसर में स्थित संस्थापक की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। संयोजक वरिष्ठ पत्रकार  बृजेश कुमार गुप्त व सह संयोजक पत्रकार शुभम कुमार गुप्त ने आभार व्यक्त किया। 


दयाराम सरोज व चंचल कुमार गुप्त ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर हदय नारायण गुप्त मुन्ना,धर्मराज पटेल,किसान नेता राजनाथ यादव, बाबूराम पटेल, सुरेन्द्र यादव,  प्रधानपति छोटे लाल बिंद ,राकेश कुमार गुप्त ,राहुल जी गुप्त,सूरज विश्वकर्मा,  त्रिपुरारी शंकर पटेल, नवल किशोर गुप्त,लालबहादुर,परवेज अहमद लंबू नेट आदि मौजूद रहे।

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