उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में पंचायत चुनाव मतगणना के दूसरे दिन सोमवार को भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रहीं। इस बीच मतगणना का जायजा लेने सैयदराजा नेशनल इंटर कालेज पहुंचे एसपी अमित कुमार ने कुछ लोगों को बगैर मास्क देखा तो चालान करने का निर्देश दिया। उनकी इस कार्रवाई की जद में इसी कालेज के विज्ञान के शिक्षक रामनगीना सिंह भी आ गए। शिक्षक ने न मास्क लगाया था, न हेलमेट पहना था। और तो और बाइक पर नंबर भी नहीं था। उल्टे जब एसपी ने उन्हें रोका तो गलती स्वीकार करने के बाद जुर्माने से बचने के लिए अपनी पढ़ाई-लिखाई का रौब झाड़ने लगे। उन्होंने एसपी से कहा, 'सर आई एम एमएससी, पीएचडी।' यह सुनते ही एसपी का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने बिना नंबर की बाइक के लिए दस हजार और बगैर मास्क के घूमने के चलते शिक्षक पर एक हजार रुपए का जुर्माना लगाने का निर्देश दिया। जबकि इसी दौरान पकड़े गए अन्य लोगों पर एक-एक हजार रुपए का जुर्माना लगा।
बलहनी ब्लाक के मतगणना स्थल नेशनल इंटर कॉलेज सैयदराजा पर एसपी पहुंचे तो बाहर भारी भीड़ जुटी थी। एसपी ने कोतवाल लक्ष्मण पर्वत को कड़ी फटकार लगाई। सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन के आरोप में 12 लोगों पर एक-एक रुपये का जुर्माना लगाया गया। जबकि शिक्षक बिना नंबर की बाइक पर बिना मास्क दिखे तो एसपी ने पूछताछ की। शिक्षक ने खुद को शिक्षित बताते हुए अपनी एमएससी और पीएचडी डिग्री का रौब दिखाया। तब एसपी ने उन पर 11 हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया। एसपी के निर्देश पर बिना मास्क लगाए लोगों के खिलाफ पुलिस के हरकत में आते ही भीड़ लगाकर खड़े लोग इधर-उधर भागने लगे। एसपी ने कोतवाल लक्ष्मण पर्वत को निर्देश दिया कि गेट और आसपास भीड़ न जुुुटने दें। पुलिस के डंडा पटकते ही भीड़ वहां से भी तितर बितर हो गई। करीब आधे घंटे मतगणना स्थल का निरीक्षण करने के बाद वे बाहर आने लगे। बाहर दोबारा भीड़ देख वे नाराज हो गए। उन्होंने कोतवाल और अन्य पुलिसवालों को आदेश दिया कि मास्क न लगाने वालों पर तत्काल जुर्माना लगाएं। पुलिस कर्मी ऐसे लोगों को दौड़ाकर पकड़ने लगे।
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