मिर्जापुर। मंगलवार को शीतला अष्टमी पर विधि विधान से मां शीतला का दर्शन व पूजन हुआ। व्रती महिलाओं ने मंदिरों में पहुंचकर मां शीतला का पूजा-अर्चना कर उन्हें बसौड़ा का भोग लगाकर भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में वितरित किया।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता शीतला चेचक और अन्य संक्रामक रोगों से अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। अधिकांश महिलाओं ने घरों में शीतला अष्टमी की कथा सुनी और सुनाई। नगर में बड़ी माता, छोटी माता, बथुआ तिराहा स्थित शीतला माता मंदिर सुबह दर्शन व पूजन के लिए महिलाओं की काफी भीड़ लगी रही। जिगना, विजयपुर स्थित शीतला माता व डेरवा स्थित छोटी माता मंदिर में दिनभर दर्शन व पूजन का दौर चलता रहा। हलिया, शीतला अष्टमी पर गड़बड़ा स्थित शीतला मंदिर में भी महिलाओं ने मां शीतला के दर्शन व पूजन किए। सीखड़, अदलपुरा स्थित शीतला मंदिर में लोगों ने दर्शन व पूजन किए।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता शीतला चेचक और अन्य संक्रामक रोगों से अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। अधिकांश महिलाओं ने घरों में शीतला अष्टमी की कथा सुनी और सुनाई। नगर में बड़ी माता, छोटी माता, बथुआ तिराहा स्थित शीतला माता मंदिर सुबह दर्शन व पूजन के लिए महिलाओं की काफी भीड़ लगी रही। जिगना, विजयपुर स्थित शीतला माता व डेरवा स्थित छोटी माता मंदिर में दिनभर दर्शन व पूजन का दौर चलता रहा। हलिया, शीतला अष्टमी पर गड़बड़ा स्थित शीतला मंदिर में भी महिलाओं ने मां शीतला के दर्शन व पूजन किए। सीखड़, अदलपुरा स्थित शीतला मंदिर में लोगों ने दर्शन व पूजन किए।
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