जिले में ऑक्सीजन का जितना उत्पादन हो रहा है, उससे कोविड हॉस्पिटलों की ही डिमांड पूरी नहीं हो पा रही है। उनकी डिमांड चार हजार सिलेंडरों की है जबकि उपलब्धता 35 सौ सिलेंडर की है। नॉन-कोविड अस्पतालों में भी डिमांड का दबाव है।

जिले के छह प्लांट से इस समय रोज 36 सौ से चार हजार गैस सिलेंडर निकल रहे हैं। इनमें पांच सौ सिलेंडर चंदौली, गाजीपुर व जौनपुर भी भेजे जा रहे हैं। एक सिलेंडर में सात क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन होती है। 35 सौ सिलेंडर में 42 सरकारी व निजी कोविड अस्पतालों के साथ ही नॉन कोविड अस्पतालों की भी डिमांड पूरी की जा रही है। उत्पादन कम होने से न ही कोविड और न ही नॉन कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत दूर हो पा रही है। होम आईसोलेशन में भी ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। इसलिए हर तरफ मरीज और उनके तीमारदार परेशान दिख रहे हैं।ड्रग विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर केजी गुप्ता ने कहा कि ऑक्सीजन के छह प्लांट 24 घंटे चल रहे हैं। लोगों को पैनिक नहीं होना चाहिए। हम व्यवस्था कर रहे हैं। जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।


Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने