उतरौला (बलरामपुर) 
चार अप्रैल रविवार की शाम कोतवाली उतरौला के ग्राम महुवा धनी गांव के तीन बच्चे राप्ती में नहाते समय गहरे पानी में चले जाने से डूब गए। खबर पाते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। रो रोकर परिजनों की आंखें पथरा गई हैं। 
रविवार की शाम को स्थानीय गोताखोरों ने डूबे बच्चों को ‌ढूंढ़ने का काफी प्रयास किया। लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी। शाम ढलते ही घना अंधेरा छा गया जिस कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा। प्रशासन द्वारा सोमवार सुबह डूबे हुए बच्चों की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई। एसडीआरएफ के गोताखोर सुबह से ही नदी में डूबे बच्चों को खोजने में लगी हुई है। उपजिलाधिकारी डॉ नागेन्द्र नाथ यादव, सीओ राधा रमन सिंह, कोतवाल पंकज सिंह भी बच्चों के तलाश में पूरी मुस्तैदी के साथ घटनास्थल पर डटे हुए हैं। दोपहर में क्षेत्रीय विधायक राम प्रताप वर्मा ने भी घटनास्थल पर पहुंचकरपरिजनों को ढांढस बनाते हुए हर संभव मदद करने का वादा किया। साथ ही घटनास्थल पर मौजूद उच्च अधिकारियों से वार्ता कर शीघ्र ही डूबे हुए तीनों बच्चों को खोजने का निर्देश दिया। आपको बताते चलें कि 4 अप्रैल रविवार शाम को महुवा धनी निवासी 12 वर्षीय अरबाज उर्फ गुड्डन, 11 वर्षीय मुस्तफा रजा उर्फ छोटू पुत्र कौशर अली एवं इरफान पुत्र शमशुल्ला राप्ती नदी में नहाते समय गहरे पानी में चले गए थे। बताया जाता है कि रविवार की शाम गांव के आधा दर्जन बच्चे नदी में नहाने गए हुए थे। नहाते समय तीन बच्चे नदी में डूब गए थे। साथ में नहा रहे अन्य बच्चों ने। तीन लड़कों के डूबने की सूचना घर वालों को दी।
 ग्रामीणों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। घटना के दूसरे दिन भी एसडीआरएफ के गोताखोरों द्वारा तलाश जारी है। लेकिन अभी तक पता नहीं चल सका है। बच्चों के न मिलने से पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है।

असगर अली 
उतरौला

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